सोना ऑल टाइम हाई पर पहुंचा, 10 ग्राम 24 कैरेट का भाव 1,32,710 रुपये

नई दिल्ली। 12 दिसंबर को सोने और चांदी की कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम सोने की कीमत 4,114 रुपये बढ़कर 1,32,710 रुपये हो गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। गुरुवार को यह 1,28,596 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इससे पहले 17 अक्टूबर को सोने का भाव 1,30,874 रुपये पर था।
चांदी के दाम 6,899 रुपये बढ़कर 1,95,180 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए। यह लगातार तीसरे दिन ऑल टाइम हाई पर है। गुरुवार को चांदी 1,88,281 रुपये तथा बुधवार को 1,86,350 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर पर थी। तीन दिनों में चांदी 16,287 रुपये महंगी हुई।
IBJA के रेट्स में 3% जीएसटी, मेकिंग चार्ज तथा ज्वेलर्स मार्जिन शामिल नहीं होते, इसलिए विभिन्न शहरों में कीमतें अलग-अलग होती हैं। ये रेट्स आरबीआई द्वारा सोवरेन गोल्ड बॉन्ड तथा कई बैंकों द्वारा गोल्ड लोन के लिए आधार बनते हैं।
इस वर्ष सोने का भाव 56,548 रुपये बढ़ा। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपये था। चांदी 1,09,163 रुपये महंगी हुई, जो 31 दिसंबर 2024 को 86,017 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
सोने में तेजी के प्रमुख कारण:
- अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती से डॉलर कमजोर हुआ, जिससे होल्डिंग कॉस्ट घटी और मांग बढ़ी।
- रूस-यूक्रेन युद्ध तथा वैश्विक तनाव से निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मान रहे हैं।
- चीन जैसे देशों के केंद्रीय बैंक सालभर में 900 टन से अधिक सोना खरीद चुके हैं।
चांदी में तेजी के प्रमुख कारण:
- सोलर, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ते उपयोग से औद्योगिक मांग बढ़ी।
- ट्रंप प्रशासन के संभावित टैरिफ से अमेरिकी कंपनियां स्टॉक जमा कर रही हैं, जिससे वैश्विक आपूर्ति घटी।
- उत्पादन रुकने के डर से निर्माता पहले से खरीदारी कर रहे हैं, जिससे आने वाले महीनों में तेजी बनी रहेगी।
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव से सोने को समर्थन मिल रहा है। इस वर्ष सोना 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तथा चांदी 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार जा सकती है।
सोना खरीदते समय ध्यान दें:
- सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें: ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क वाला सोना चुनें। हॉलमार्क नंबर अल्फान्यूमेरिक जैसे AZ4524 हो सकता है, जो शुद्धता दर्शाता है।
- कीमत क्रॉस चेक करें: खरीदते समय वजन तथा बाजार भाव IBJA जैसी विश्वसनीय साइटों से जांचें। 24, 22 तथा 18 कैरेट के भाव अलग होते हैं।
शहरों में सोने के अलग दाम होने के कारण:
- ट्रांसपोर्टेशन खर्च: आयात हवाई मार्ग से होता है, फिर आंतरिक परिवहन में ईंधन, सुरक्षा तथा स्टाफ का खर्च जुड़ता है।
- खरीदारी की मात्रा: दक्षिण भारत में 40% खपत होने से बल्क खरीद पर दाम कम, जबकि टियर-2 शहरों में अधिक।
- स्थानीय एसोसिएशन: तमिलनाडु में ज्वेलर्स एंड डायमंड ट्रेडर्स एसोसिएशन जैसे संगठन दाम तय करते हैं।
- खरीद मूल्य: ज्वेलर्स का स्टॉक मूल्य शहरवार भिन्न होने से रेट प्रभावित होते हैं।



