कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति, विभाग के इन अधिकारियों के साथ भी है अमित, अभिषेक के सांठगांठ…!!

रायपुर| छत्तीसगढ़ का एक ऐसा विभाग जिसका विवादों से हमेशा नाता रहा| विवादों में घिरे रहने के बावजूद यह विभाग छत्तीसगढ़ के खजाने को भरने में अपनी अहम् भूमिका निभाता है| जी हाँ हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग की…
आबकारी विभाग कि तारीफ जितनी कि जाए उतनी कम है बता दें कि विगत कुछ दिनों से लगातार एक खबर हमारे द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित कि जा रही है लेकिन आबकारी विभाग अपनी कुम्भकरणीय निंद्रा से जाग नहीं पाया है| ऐसा माना जा रहा था कि रामकृष्ण मिश्रा के उपायुक्त पद का कार्यभार संभालते ही रायपुर के शराब दुकानों में हो रहे अवैध गतिविधियों पर लगाम लगेगा। लेकिन नए उपायुक्त साहब भी मानो अब रायपुर के रंग में रंग गए या अवैध कार्य करने वालों के साथ मिल गए।
जाने पूरा मामला...
विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तत्कालीन आबकारी अधिकारी विजय सेन शर्मा के कार्यकाल के दौरान आबकारी अधिकारी प्रीती कुशवाहा ने कटोरा तलब स्थित शराब दुकान से शुभम जांगडे नमक व्यक्ति को शराब दूकान से बहार का रास्ता दिखाया था| जानकारी के मुताबिक शुभम जांगडे पर उस वक्त आरोप लगा था कि शुभम जांगडे बार से शराब खरीद कर शराब दुकान से मदिरा प्रेमियों को शराब बेचता था| जिसकी जानकारी मिलते ही तत्कालीन आबकारी अधिकारी प्रीती कुशवाहा ने शुभम जांगडे को बहार का रास्ता दिखाया| हालांकि अब जानकारी यह मिली है कि शुभम जांगडे सस्त्रिमार्केट स्थित शराब दुकान में सुपरवाइजर के पद पर न्युक्त है|
BIS कंपनी के कर्मठ कर्मचारी अभिषेक शर्मा के साथ साथगांठ कर सस्त्रिमार्केट का सुपरवाइजर बन बैठा| वहीं जानकारी के अनुसार शुभम जांगडे व् BIS कंपनी के कर्मठ कर्मचारी अभिषेक शर्मा के बीच यह साथगांठ करीब 50 हज़ार रूपये कि हुई है| तब जा कर शुभम जांगडे को सस्त्रिमार्केट स्थित शराब दुकान में सुपरवाइजर बनाया गया|
जब हमने आबकारी अधिकारी प्रीती कुशवाहा से यह जानने कि कोशिस कि की किस वजह से शुभम जांगडे को कटोरा तालाब स्थित शराब दुकान से हटाया गया तो आबकारी अधिकारी प्रीती कुशवाहा ने बताया कि कटोरा तालाब स्थित शराब दुकान से अनिमितताओं के कारण शुभम जांगडे को हटाया गया था|
हालांकि जब हमने उनसे यह जानने कि कोशिश कि कि शुभम जांगडे को दुकान से हटाने का कारण क्या था तो इसके जवाब में उन्होंने बताया कि उन्हें कारण अभी ठीक ढंग से याद नहीं है लेकिन विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के शुभम जांगडे को बार से शराब खरीद कर शराब दुकान से मदिरा प्रेमियों को शराब बेचने के कारण कटोरा तलब स्थित शराब दुकान से हटाया था| वहीं जब हमने इस विषय पर आबकारी उपायुक्त रामकृष्ण मिश्रा से बात की तो अधिकारी जी ने जांच पड़ताल कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। लेकिन हफ्ते भर का समय बीतने पर भी शुभम जांगड़े व BIS के उस कर्मठ कर्मचारी जिसने शुभम को दुबारा कार्य पर लगवाया (अभिषेक शर्मा) पर आज दिनांक तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई न होना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमित शर्मा के अधिकार क्षेत्र वाले कई दुकानों में शराब में पानी मिलावट की शिकायतें भी तेज हो गई हैं। वहीं अमित शर्मा पर भी ऐसे कई आरोप लगे हैं कि वह भी कई व्यक्तियों को नौकरी दिलाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं बावजूद इसके आबकारी विभाग या BIS के एमडी पीरन सिंह इन कर्मठ कर्मचारियों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नही करते।