बिलासपुर के सीपत NTPC प्लांट में बड़ा हादसा: 68 फीट ऊंचाई से गिरने से दो मजदूरों की मौत, लापरवाही पर बवाल

बिलासपुर, छत्तीसगढ़। 6 अगस्त को सीपत स्थित एनटीपीसी (NTPC) थर्मल पावर प्लांट में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें दो मजदूरों की जान चली गई और दो अन्य घायल हो गए। हादसा प्लांट की यूनिट-5 में मेंटेनेंस कार्य के दौरान हुआ, जब प्री-एयर हीटर का प्लेटफॉर्म अचानक टूट गया और उस पर काम कर रहे मजदूर करीब 68 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर पड़े।
मेंटेनेंस के दौरान हादसा, भारी मलबे में दबे मजदूर...
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूनिट-5 में एनुअल मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था। उसी दौरान प्री-एयर हीटर सेक्शन का स्टील प्लेटफॉर्म भरभराकर गिर गया। जिस वक्त हादसा हुआ, वहां कई मजदूर काम कर रहे थे। संतुलन बिगड़ते ही वे नीचे गिरकर मलबे में दब गए।
एक ने मौके पर, दूसरे ने अस्पताल में तोड़ा दम...
हादसे में पहले दिन एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे घायल प्रताप सिंह ने आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस तरह हादसे में अब तक दो मजदूरों की जान जा चुकी है, जबकि दो अन्य का इलाज जारी है।
प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप, सड़क पर उतरे लोग...
हादसे के बाद NTPC प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। स्थानीय नागरिकों और कर्मचारियों का आरोप है कि बगैर सुरक्षा मानकों का पालन किए मजदूरों से खतरनाक काम कराया जा रहा था। घटना से नाराज़ स्थानीय महिलाएं और सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए और चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने NTPC प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित की गई, लेकिन आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
प्रशासन ने जांच के दिए निर्देश...
हादसे के बाद जिला प्रशासन ने मौके का निरीक्षण किया और घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। अब यह देखा जाना बाकी है कि क्या सुरक्षा नियमों की अनदेखी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।
सवालों के घेरे में NTPC की सुरक्षा व्यवस्था...
यह हादसा एक बार फिर उद्योगों में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही पर सवाल खड़ा करता है। NTPC जैसे बड़े प्रतिष्ठानों में यदि बगैर पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम के मेंटेनेंस कार्य कराया जा रहा है, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय है।