किसान व पत्रकार कुणाल ने ज़ारी किया सुसाइड नोट…कहा– CSP ध्रुव ने 5 लाख रुपए मांगे थे…नहीं देने पर झूठे केस में फंसाया…आत्महत्या करने की दी चेतावनी…CM से आत्मा की शांति के लिए किया जांच का निवेदन

रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसान व पत्रकार कुणाल राठी ने व्हाट्सएप पर अपना सुसाइड नोट ज़ारी करते हुए रायपुर के सिविल लाइन में पदस्थ सीएसपी मनोज ध्रुव पर गंभीर आरोप लगाए है, राठी ने कहा की लगातार 2 महीनो से जब से ध्रुव सिविल लाइन में पदस्थ हुए थे, ध्रुव ने राठी से उधार पैसों की मांग की थी, जिसे नही देने पर राठी को झूठे मामले में फंसाया गया है।
राठी ने नोट में कहा है की उनके पास पुख्ता सबूत है की वे निर्दोष है, लगातार 6 महीनो से राठी से पैसों की उगाही की कोशिश की जा रही थी, जिसकी एक बार उन्होंने रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल से भी शिकायत की थी,परंतु अग्रवाल ने कोई कार्यवाही नहीं की। लिहाजा अब राठी के पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
अपनी बेगुनाही के साथ सारी बातों को लिखते हुए राठी ने सीएसपी ध्रुव द्वारा योजनाबद्ध तरीके से रंजिश कर दुर्भावना के चलते झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजने व हत्या का प्रयास करने जैसे गंभीर आरोप लगाए है। पत्रकार कुणाल ने सीएसपी ध्रुव से खुद को व अपने परिवार को जान का खतरा बताया है,
राठी पर लगाए गए आरोप संगीन है, इसलिए राठी ने अब झूठे आरोपों के साथ जीवित रहना संभव नहीं बताया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मामले की जांच कर राठी की मौत के बाद आत्मा की शांति के लिए सीएसपी ध्रुव द्वारा राठी के नाम पर लगाए गए कलंक को साफ करने का निवेदन किया है।
बता दे की राठी पाटन विधानसभा क्षेत्र के जामगांव एम में पंजीकृत किसान है जो खेती करके सरकारी मंडी में अपना धान बेचकर जीवन यापन करते है, इसके अतिरिक्त वे समाज में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते हुए राजधानी में बतौर क्राइम रिपोर्टर के पद पर कार्यरत थे, राठी ने रविशंकर विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई भी की व एक पंजीकृत अधिवक्ता भी है।
समय–समय पर पुलिस की लापरवाही, निष्क्रियता व किसान,गरीब,आदिवासी,दबे कुचले पीड़ित व्यक्तियों की खबर को प्रकाशित करते हुए शासन–प्रशासन को जगाने का कार्य किया है। राठी के पूर्वजों ने रायपुर रेलवे स्टेशन पर हनुमान जी के विशाल मंदिर का निर्माण भी करवाया है व राजधानी में आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में राठी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
राठी ने बड़े दुख के साथ कहा की एक साफ चरित्र के व्यक्ति जो धर्म का प्रचार करता है, हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है, खेती–किसानी कर जीवन यापन करते हुए न्याय,हक व अधिकार के लिए लड़कर सभी को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से समाजसेवा करने वाले व्यक्तित्व के खिलाफ सीएसपी मनोज ध्रुव ने बेहद ही शर्मनाक इल्जाम के साथ झूठी एफआईआर दर्ज कर अन्याय किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूरे मामले की जांच कर दोषी को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए किसान कुणाल ने कहा की मुख्यमंत्री चाहे तो उन्हीं के पार्टी के पार्षद अजीत कुकरेजा, युवा कांग्रेसी नेता संजीव शुक्ला, सुबोध हरितवाल, भावेश शुक्ला, सोनू शर्मा, आकाश शर्मा, अमित शर्मा, शांतनु झा, अमित तिवारी, कोमल अग्रवाल, लोकेश वशिष्ठ,विनोद कश्यप,शाहरुख अशरफी,हेमंत पाल, रविशंकर विश्विद्यालय अध्यक्ष हरिओम तिवारी, सागर बाघमारे, सार्थक शर्मा, निखिल बंजारी से राठी के चरित्र की जानकारी ले सकते है।
राठी ने कहा की बड़े दुर्भाग्य का विषय है की जिस प्रदेश में किसान को इतना बड़ा महत्व दिया जाता है उसी प्रदेश के मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के ही किसान को रायपुर पुलिस का एक अधिकारी इतना प्रताड़ित कर देता है की वह आत्महत्या करने मजबूर हो जाता है, दूसरी ओर जहां प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कर पत्रकारों की लंबित मांगों को पूरा करने का कार्य मुख्यमंत्री बघेल कर रहे है, वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री निवास के समीप बैठा एक अधिकारी पत्रकार से ही अवैध वसूली कर पैसा उगाही कर उसे झूठे मामले में फंसाता है, यह समझ से परे है।
अब देखना यह होगा की क्या राठी की जान रायपुर पुलिस बचा पाती है या फिर राठी का दावा सही साबित होता है की रायपुर पुलिस उसकी अर्थी सजाने की तैयारी में जुटती है।