उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में दूसरे दिन भी नजर आया उत्साह…

बिलासपुर। उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान बिलासपुर में चार दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे दिन महाविद्यालय के सांस्कृतिक प्रभारी डॉ. ए.के.पोद्दार के संयोजन में दोपहर 1:30 बजे प्रारंभ हुआ।
कार्यक्रम के दूसरे दिन सत्यम निकेतन के प्रशिक्षार्थियों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ भगवान श्री गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती, माँ दुर्गा, श्रीकृष्ण एवं भगवान शिव कि वंदना से हुई।



इसके बाद प्रशिक्षार्थियों द्वारा कजरी लोकगीत, हरयाणवी एवं डांडिया लोकनृत्य, माटी वंदना, एकल अभिनय, महाभारत वर्णन पर एकल नृत्य, मोबाइल एडिक्सन पर मुख अभिनय. व्यंग्य नाटक “जामुन का पेड़” का मंचन किया। गया और कार्यक्रम के अंत में अनोखा निराला देश भक्ति गीत के पश्चात राष्ट्रगान के साथ द्वितीय दिवस के कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में जयप्रकाश पाण्डेय, वियोगी कश्यप, नरेन्द्र यादव, हरनारायण चंद्रा, शेख करीम मोहम्मद, तुषार ध्रुव, साकेत शर्मा, अनिल, पुष्पा, निशा, साकेत पाणिग्रही, चेतना खूंटे, तापसी, मधु, संतोष आर्या, ज्योति दुबे, ममता, एलिश खांडे, ज्ञान लता, देव करण, ब्रजेश, सरिता, प्रतिभा, आदि प्रशिक्षार्थियों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।



सत्यम निकेतन के प्रभारी डॉ. छाया शर्मा, डॉ. संजय आयदे, श्री राजेश गौरहा ,श्रीमती नीला चौधरी श्री अभिषेक शर्मा, डॉ.गीता जायसवाल, सुश्री आशा बनाफर के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। बता दें कि कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में सुनील चिपड़े, श्रीमती सरिता आयदे एवं श्रीमती भाग्यश्री वर्तक थे।
कार्यक्रम में लाइट-माइक के व्यवस्था में आचार्य दुष्यंत चतुर्वेदी तथा वादक के रूप में कृष्णानंद चौबे, बी.आर.चेलक, दिले राम खरे एवं राजकुमार पाण्डेय का विशेष योगदान रहा।



कार्यक्रम में बी.एड.प्रभारी श्रीमती रीमा शर्मा. डॉ.सुदेशना वर्मा, डॉ. रमना राव, श्रीमती प्रीति तिवारी, डॉ रजनी यादव, डॉ. डी. के. जैन, करीम खान एवं महाविद्यालय के समस्त आचार्य गण एवं कार्यालयीन स्टाफ उपस्थित रहे। वहीं इस पूरे कार्यक्रम की जानकारी महाविद्यालय के आचार्य करीम खान ने दी।