उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा बोले — “बस्तर को हिंसा नहीं, अब शांति और विकास की पहचान बनाना है”

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि “बस्तर अब गोलियों की नहीं, विकास की गूंज से पहचाना जाएगा। राज्य सरकार हर हाल में बस्तर को हिंसा-मुक्त और समृद्ध क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
श्री शर्मा ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान बीजापुर जिला कार्यालय स्थित इन्द्रावती सभागार में बीजापुर और सुकमा जिले के जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों, सरपंचों, मांझी, चालकी, गायता, पुजारी और पटेलों के साथ संवाद किया।

“बस्तर में अमन और विकास हमारी सामूहिक जिम्मेदारी”
जनसंवाद में उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा —
“बस्तर की शांति, सुरक्षा और विकास — ये केवल सरकार की नहीं, बल्कि हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। अब वक्त है कि मिलकर बस्तर को हिंसा से निकालकर नई दिशा दें।”
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश से सशस्त्र नक्सलवाद को समाप्त करने की स्पष्ट समयसीमा तय की है। इसी दिशा में राज्य सरकार की ‘पुनर्वास नीति 2025’ के तहत बड़ी संख्या में माओवादी संगठन छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
“जो लौट आएंगे, उनका स्वागत लाल कालीन से होगा”
गृहमंत्री शर्मा ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीण नेताओं से अपील की कि वे भटके युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने की पहल करें। उन्होंने कहा —
“जो युवा हथियार छोड़कर लौटेंगे, उनका लाल कालीन बिछाकर स्वागत होगा। लेकिन जो हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे, उनके खिलाफ सुरक्षा बल सख्त कार्रवाई करेंगे।”
उन्होंने बताया कि जगदलपुर में 210 माओवादी एक साथ आत्मसमर्पण कर पुनर्वासित हो चुके हैं, जिनमें 92 युवा बीजापुर जिले के हैं। ये सभी अब पुनर्वास केंद्रों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

“परिजन मिलें, ताकि लौटे हुए युवाओं को मिले प्रोत्साहन”
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुनर्वासित युवाओं के परिवारजन उनसे मिलने अवश्य जाएँ —
“उनसे मिलना न केवल उनका मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि अन्य भटके युवाओं को भी लौटने की प्रेरणा देगा।”
उन्होंने बताया कि वे हाल ही में सुकमा के पूर्वर्ती गाँव में नक्सल लीडर माड़वी हिड़मा की वृद्ध माता से भी मिले और उनसे अपने पुत्र को समाज की मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया है।
शांति की ओर बढ़ता बस्तर, सरकार का पूरा ध्यान...
श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर अब तेजी से बदल रहा है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के नए अवसर बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “हर गांव तक शासन की योजनाएं पहुँच रही हैं। अब हिंसा का स्थान विकास ले रहा है।”

बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित...
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जानकी कोरसा, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर संबित मिश्रा, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णन वाय, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे, उपनिदेशक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व संदीप बलगा सहित जनपद सदस्य, सरपंच, समाज प्रमुख और अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।



