‘आदि वाणी’ परियोजना की बड़ी सफलता, गोंडी भाषा अनुवादक ऐप ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके निवास कार्यालय में ट्रिपल आईटी नया रायपुर के निदेशक प्रो. ओमप्रकाश व्यास ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ‘आदि वाणी’ परियोजना के तहत गोंडी भाषा अनुवादक मोबाइल ऐप के सफल लॉन्च पर प्रो. व्यास और उनकी टीम को शुभकामनाएँ दीं।
गोंडी समाज को मिलेगी नई पहचान...
सीएम साय ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा –
इस ऐप से गोंडी बोलने वाले आदिवासी भाई-बहनों की आवाज़ राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचेगी। यह तकनीक उन्हें शिक्षा, शासन और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रिपल आईटी नया रायपुर भविष्य में भी ऐसे नवाचारों से प्रदेश और देश का नाम रोशन करता रहेगा।
गोंडी से हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद अब मोबाइल ऐप में...
प्रो. व्यास ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि इस परियोजना के अंतर्गत गोंडी भाषा के लिए टेक्स्ट-टू-स्पीच और अनुवाद प्रणाली विकसित की गई है। अब गोंडी से हिंदी और अंग्रेज़ी तथा इसके उलट अनुवाद भी संभव होगा। इसे मोबाइल ऐप के रूप में तैयार किया गया है, जिससे आम नागरिक आसानी से उपयोग कर सकेंगे।
राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज हुई पहचान...
उन्होंने बताया कि इस परियोजना में ट्रिपल आईटी नया रायपुर के साथ आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद और बिट्स पिलानी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान भी शामिल हैं। ‘आदि वाणी’ परियोजना को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने प्रायोजित किया है।
प्रो. व्यास ने कहा कि इस उपलब्धि से ट्रिपल आईटी नया रायपुर ने राष्ट्रीय पटल पर अपनी अहम उपस्थिति दर्ज कराई है। खासतौर पर बस्तर अंचल के 30 लाख से अधिक गोंडी भाषी समुदाय को अपनी भाषा और संस्कृति की पहचान को डिजिटल युग में सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।