छत्तीसगढ़ रजत जयंती पर मत्स्य कृषकों को मिला सौगात — 734 किसानों को मिला शत-प्रतिशत अनुदान में फिंगरलिंग

रायपुर| छत्तीसगढ़ की रजत जयंती के अवसर पर राज्य सरकार ने मत्स्य पालन को प्रोत्साहित करने और ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिले के सभी विकासखण्डों के 734 मत्स्य कृषकों को शत-प्रतिशत अनुदान पर फिंगरलिंग (मछली बीज) का वितरण किया गया है। यह वितरण गौड़ खनिज न्यास मद एवं मत्स्य पालन विभाग के अभिसरण से संभव हुआ है।
मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ी पहल...
विभागीय 50 प्रतिशत फिंगरलिंग वितरण योजना के अंतर्गत सामान्यतः प्रति मत्स्य कृषक प्रति हेक्टेयर जलक्षेत्र पर ₹4,000 मूल्य के फिंगरलिंग दिए जाते हैं, जिसमें ₹2,000 हितग्राही अंश और ₹2,000 विभागीय अनुदान होता है। किन्तु रजत जयंती अवसर पर विशेष पहल के तहत इस बार चयनित मत्स्य कृषकों के हितग्राही अंश की राशि गौड़ खनिज न्यास मद से वहन की गई, जिससे कृषकों को 100 प्रतिशत अनुदान का लाभ मिला। यह योजना उन किसानों के लिए लागू की गई है जिन्हें विभाग द्वारा 10 वर्ष की लीज अवधि पर तालाब या जलाशय आवंटित किया गया है।
रोजगार, पोषण और आत्मनिर्भरता की ओर कदम...
फिंगरलिंग वितरण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती और पौष्टिक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही जिले के सभी जलक्षेत्रों का प्रभावी उपयोग कर मत्स्य उत्पादन में वृद्धि और मत्स्य कृषकों की आय में सुधार लाना भी इस योजना का लक्ष्य है।
मत्स्य विभाग का यह प्रयास न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता को बल दे रहा है, बल्कि ग्रामीण अंचलों में पोषण सुरक्षा और जैव विविधता संरक्षण की दिशा में भी एक सार्थक कदम है।



