महासमुंद में श्रमिक कल्याण योजनाओं से 14,788 श्रमिक हुए लाभान्वित — 4.68 करोड़ की राशि डीबीटी से जारी

छत्तीसगढ़ शासन के श्रम विभाग द्वारा निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकारों के जीवन स्तर को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ महासमुंद जिले के श्रमिकों तक लगातार पहुँचाया जा रहा है।
इन योजनाओं के माध्यम से पंजीकृत मजदूरों को शिक्षा, स्वास्थ्य, मातृत्व सहायता, औजार, आवास और सामाजिक सुरक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे हजारों परिवारों के जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा आई है।
14,788 श्रमिकों के खातों में सीधे पहुँची 4.68 करोड़ की राशि...
कलेक्टर महासमुंद के मार्गदर्शन में श्रम कल्याण मंडल महासमुंद ने डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से श्रमिकों को पारदर्शी और समयबद्ध सहायता राशि उपलब्ध कराई। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, 17 सितम्बर और 3 अक्टूबर 2025 को कुल 14,788 श्रमिकों के खातों में ₹4 करोड़ 68 लाख 69 हजार की राशि सीधे अंतरित की गई।
यह कदम न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता का उदाहरण है, बल्कि श्रमिकों के प्रति शासन की संवेदनशील प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
सुरक्षा उपकरण और शिक्षा सहायता से बढ़ा आत्मविश्वास...
मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना के तहत महासमुंद जिले के 3,443 श्रमिकों को ₹51 लाख 64 हजार 500 की राशि प्रदान की गई। वहीं निःशुल्क गणवेश एवं पुस्तक सहायता योजना के अंतर्गत 3,005 श्रमिकों को ₹40 लाख 72 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है, जिससे उनके बच्चों की शिक्षा में सहयोग मिला है।

महतारी जतन, सायकल और औजार सहायता योजनाओं से मिला सशक्तिकरण...
- मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना के अंतर्गत 2,724 श्रमिकों को ₹1 करोड़ 89 हजार 6 रुपए दिए गए।
- मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना के तहत 2,629 श्रमिकों को ₹91 लाख 41 हजार 584 रुपए की सहायता मिली।
- मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना में 2,323 श्रमिकों को ₹44 लाख 10 हजार 500 रुपए वितरित किए गए।
- मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना से 287 श्रमिकों को ₹57 लाख 40 हजार रुपए का लाभ मिला।
- मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना के तहत 150 श्रमिकों को ₹30 लाख रुपए और
- मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना में 108 श्रमिकों को ₹5 लाख 82 हजार रुपए मिले।
- मिनीमाता महतारी जतन योजना में 79 श्रमिकों को ₹15 लाख 80 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई।
मृत्यु, दिव्यांग और विशेष योजनाओं से राहत...
श्रम विभाग ने सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के अंतर्गत 27 श्रमिकों को ₹27 लाख रुपए की सहायता दी है।
इसके अलावा —
- सिलाई मशीन सहायता योजना के तहत 9 श्रमिकों को ₹71,100 रुपए,
- उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना के तहत 3 श्रमिकों को ₹1.50 लाख रुपए,
- तथा दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के तहत 1 श्रमिक को ₹1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा की दिशा में सशक्त पहल...
महासमुंद जिले में श्रम विभाग लगातार पंजीयन शिविर, जनजागरूकता अभियान और कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दे रहा है। इन प्रयासों का उद्देश्य है कि कोई भी पंजीकृत श्रमिक शासन की योजनाओं से वंचित न रहे। डीबीटी प्रणाली से अब लाभार्थियों तक सहायता सीधे पहुंच रही है, जिससे भ्रष्टाचार, देरी और मध्यस्थता की संभावना लगभग समाप्त हो गई है।