युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल से सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता: मंत्री गुरु खुशवंत साहेब

रायपुर। राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल से सशक्त बनाना है। यह बातें कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान कहीं।
मंत्री साहेब ने स्पष्ट कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप होने चाहिए, ताकि प्रशिक्षित युवाओं को आसानी से रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों के युवाओं तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने पर जोर दिया।
तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास पर जोर...
बैठक में मंत्री साहेब ने तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों की गुणवत्ता को बेहतर बनाना हमारी प्राथमिकता है। प्रयोगशालाओं और अन्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि राज्य के तकनीकी संस्थान देश के श्रेष्ठ संस्थानों की श्रेणी में आ सकें। उन्होंने उद्योगों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
अनुसूचित जाति विकास विभाग की समीक्षा...
अनुसूचित जाति विकास विभाग की योजनाओं पर चर्चा करते हुए मंत्री साहेब ने कहा कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों तक योजनाओं का लाभ पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पहुँचना चाहिए। किसी भी पात्र छात्र को छात्रवृत्ति से वंचित न किया जाए। इसके साथ ही विद्यार्थियों को शिक्षा, प्रशिक्षण और आवासीय सुविधाएँ समय पर उपलब्ध कराना विभाग की जिम्मेदारी है।
रोजगार विभाग की दिशा और निर्देश...
बैठक के दौरान मंत्री साहेब ने रोजगार विभाग की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य स्तरीय विशाल रोजगार मेला आयोजित किया जाए, जिससे बेरोजगार युवाओं को बेहतर अवसर मिल सकें। साथ ही रोजगार मेला, प्लेसमेंट कैंप, कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम, ई-रोजगार पोर्टल और छत्तीसगढ़ रोजगार एप को और सशक्त बनाने के निर्देश दिए।
पारदर्शिता और जिम्मेदारी पर जोर...
मंत्री साहेब ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। योजनाओं का लाभ वास्तविक हितग्राहियों तक पहुँचे, इसके लिए अधिकारियों को नियमित फील्ड विजिट करने और आमजन से संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष व्यापम श्रीमती रेणु जी पिल्ले ने प्रवेश एवं भर्ती परीक्षाओं की गतिविधियों और अनुचित साधनों को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। इस मौके पर कौशल एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस भारतीदासन, कौशल विकास संचालक विजय दयाराम, तकनीकी विश्वविद्यालय एवं आईटीआई के अधिकारी सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।



