छत्तीसगढ़ कोल और DMF घोटाला: ACB-EOW के 3 अधिकारियों पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप, कोर्ट ने भेजा नोटिस

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल और DMF घोटाले में जांच कर रहे ACB-EOW के तीन अधिकारियों पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप लगे हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता फैजल रिजवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि आरोपी निखिल चंद्राकर के बयान की प्रक्रिया में अधिकारियों ने छेड़छाड़ और झूठी जानकारी दी।
क्या है मामला...
जांच के दौरान आरोप है कि अधिकारियों ने खुद दस्तावेज तैयार कर पेनड्राइव में कोर्ट में पेश किया। इसके बाद दस्तावेज का प्रिंटआउट न्यायालय के कंप्यूटर से निकालकर उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। आरोप है कि दस्तावेजों में निखिल चंद्राकर का केवल हस्ताक्षर लिया गया, लेकिन अदालत द्वारा उसका कोई वास्तविक लेखबद्ध रिकॉर्ड नहीं बनाया गया।
कोर्ट ने भेजा नोटिस...
मामला सामने आने के बाद विशेष अदालत ने तीनों अधिकारियों को नोटिस जारी किया है और 25 अक्टूबर तक अदालत में पेश होने के निर्देश दिए हैं।
पिछला खुलासा...
एक दिन पहले ही EOW ने कोल लेवी घोटाले में 1,500 पन्नों का पूरक आरोप पत्र पेश किया था। इसमें खुलासा हुआ कि कोल लेवी से जुड़े लेन-देन कांग्रेस भवन में किए जाते थे, जो घोटाले की गंभीरता को और बढ़ाता है।
इस मामले से छत्तीसगढ़ में कोल और DMF घोटाले की जांच पर नई बहस छिड़ गई है, और तीनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।