नौकरी दिलाने के नाम पर 16 युवाओं से ठगे साढ़े 27 लाख रुपये, दो आरोपित गिरफ्तार

जगदलपुर । ग्रामीण युवकों को नौकरी के नाम पर शिकार बनाकर करीब 27 लाख 61 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपितों ने ग्रामीण युवाओं को बाकायदा फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपित किरन कश्यप पति मेघनाथ कश्यप निवासी राजपुर, थाना भानपुरी हाल तेतरखुटी जगदलपुर तथा टीकम जोशी कुम्हरावण्ड थाना परपा को गिरफ्तार किया है।
सीएसपी विकास कुमार ने बताया कि प्रार्थी भोलाराम कश्यप ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वर्ष 2021 अक्टूबर में वे उनकी पत्नी के लिए शासकीय नौकरी की तलाश में थे। उसी दौरान किरण कश्यप हमारे रिश्तेदारों के माध्यम से हम लोगों से संपर्क कर बोला कि मैं आप लोगों को जानती पहचानती हूं, मेरी ऊपर तक पहुंच है, मैं आपकी पत्नी की नौकरी डिमरापाल में वार्ड बाय के पद पर लगवा दूंगी।
जिसके लिए एक लाख 50 हजार रुपये लगेगा और नहीं लगा तो पैसे वापस कर दूंगी। इस पर उसने पूरी रकम दे दी। इस प्रकार उसने आसपास के अन्य 15 लोगों से भी रकम वसूला। रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने चारसौबीसी का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की।
थाना प्रभारी कोतवाली लीलाधर राठौर के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपितों की तलाश की जा रही थी। इस दौरान मुख्य आरोपिता किरन कश्यप का सुराग लगते ही उसे दबोचा गया। उसकी शिनाख्त पर आरोपित टीकम जोशी को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपित जेल भेजे गए हैं। वहीं एक आरोपित आरके बाजवा फरार बताया गया है।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
किरण ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2016 में स्वास्थ्य विभाग से संविदा में नर्स के पद पर नियुक्त हुई थी। उसे वर्ष 2020 में विभाग द्वारा हटा दिया गया था। इसके बाद 2021 में स्वास्थ्य विभाग से डाटा आपरेटर, लैब टेक्निशियन, नर्स, वार्ड ब्वाय, प्यून आदि का विज्ञापन निकला था। उसने जोशी और बाजवा से सांठगांठ कर 16 लोगों से संपर्क कर डाटा आपरेटर, लैब टेक्निशियन, नर्स, वार्ड ब्वाय, प्यूनअलग-अलग पदों के लिए 27 लाख 61,000 रुपये वसूले। बेरोजगारों के बार-बार नियुक्ति के बारे में पूछने पर टीकम जोशी ने फर्जी नियुक्ति आदेश जारी कर दिया।