बारनवापारा अभ्यारण्य में फॉरेस्ट्री विद्यार्थियों का इंटर्नशिप, वन्यजीव संरक्षण की मिली बारीकियां

रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के बीएससी फॉरेस्ट्री के 31 विद्यार्थी बारनवापारा अभ्यारण्य में दो सप्ताह के इंटर्नशिप प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं। इनमें 17 छात्र और 14 छात्राएं शामिल हैं। यह प्रशिक्षण 10 सितम्बर से शुरू होकर 24 सितम्बर 2025 तक चलेगा।
व्यवहारिक अनुभव पर खास जोर...
विद्यार्थियों को दो समूहों में बांटकर बारनवापारा अभ्यारण्य और देवपुर वन परिक्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें वन्यजीव प्रबंधन और संरक्षण से जुड़ी कई गतिविधियों का अनुभव कराया जा रहा है। इसमें ट्रेकिंग और बर्ड वॉचिंग, पौधों व वृक्षों की पहचान, आवास प्रबंधन तकनीक, गश्त और एंटी-स्नेर वॉक, मानव-वन्यजीव संघर्ष के समाधान, मिट्टी और जल संरक्षण कार्य, फायर प्रोटेक्शन, फॉरेस्ट से जुड़े मोबाइल एप का उपयोग, सामुदायिक संरक्षण, रिपोर्ट लेखन और प्रस्तुतीकरण शामिल हैं।

वनमंडलाधिकारी का मार्गदर्शन...
बलौदाबाजार के वनमंडलाधिकारी गणवीर धम्मशील ने विद्यार्थियों से मुलाकात कर जिले में चल रहे नवाचारों की जानकारी साझा की। उन्होंने जल-जंगल यात्रा, युवान कार्यक्रम और सामुदायिक सहभागिता से संचालित संरक्षण कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही इको-टूरिज्म और वानिकी आधारित आजीविका संवर्धन के मॉडल से विद्यार्थियों को अवगत कराया।
जैव विविधता का नजदीकी अध्ययन...
बारनवापारा अभ्यारण्य में प्रशिक्षणार्थियों को प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव कराया गया। यहां चार सींग वाले हिरण, तेंदुआ, बाघ, जंगली भैंस, ब्लैक बक, अजगर, साही, चिंकारा और कई दुर्लभ वन्यजीव पाए जाते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए भी यह अभ्यारण्य खास आकर्षण का केंद्र है।
विद्यार्थियों को दो समूहों (15 और 16 सदस्यीय) में विभाजित कर न केवल अभ्यारण्य का अवलोकन कराया गया बल्कि स्थानीय समुदाय से जुड़कर संरक्षण कार्यों के सामाजिक पहलुओं को भी समझने का अवसर मिला।