मुठभेड़ में मारे गए 12 नक्सलियों के शवों की शिनाख्त हुई, अब तक 100 से अधिक नक्सलियों की मौत
बीजापुर। बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के पीडिया के जंगलों में हुई मुठभेड़ में मारे गए 12 नक्सलियों के शव शनिवार को जिला मुख्यालय बीजापुर लाए गए। इन सभी नक्सली पर 31 लाख का इनाम था, मारे गए सभी नक्सलियों की शिनाख्त हो चुकी है। यह मुठभेड़ तक़रीबन 12 घंटे तक चली, जिसमें दो जवान भी घायल हुए हैं। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों से सूचना मिली कि पीडिया के जंगलो में नक्सली भारी मात्रा में मौजूद हैं। जिसके बाद 6 टीमों के जवानों को पीडिया रवाना कर दिया गया। जहां नक्सलियों के बड़े नेता मौजूद थे, जिसके बाद दोनों तरफ जमकर गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए 12 नक्सलियों को मार गिराया।
बीजापुर पुलिस के मुताबिक नक्सलियों के शव अब उनके परिजनों को सौंपे जायेंगे। वहीं इसी मुठभेड़ में चार नक्सली भी घायल अवस्था में पकडे गए हैं। मुठभेड़ खत्म होने के बाद क्षेत्र की सर्चिंग में ये चार घायल नक्सली सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़े थे। इनको उपचार के लिए जिला अस्पताल बीजापुर में भर्ती कराया है।
कैसे मिली सुरक्षा बलों को सफलता ?
दरसअल, कुछ दिन पहले ही सुरक्षाबलों को गुगालूर थाना क्षेत्र के पीडिया के जंगलों में नक्सलियों के छुपे होने जानकारी मिली थी। मुखबीर ने यह भी बताया था कि, हार्डकोर नक्सली कमांडर लिंगा, पापाराव समेत बड़े लीडर्स पीडिया के जंगलों में इकट्ठा हुए हैं। नक्सलियों की इस कमेटी में DKSZC, DVCM, ACM कैडर के बड़े नक्सली लीडर शामिल हैं। सूचना मिलने के बाद दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा इन तीन जिलों से फोर्स ने जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया है। इस दौरान मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं।
1200 जवानों ने की थी घेराबंदी
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि, डीआरजी, एसटीएफ और CRPF की कोबरा बटालियन समेत फोर्स के 1200 से ज्यादा जवानों ने इलाके को घेर रखा था। नक्सली इस इलाके में बुरी तरह से फंसे हुए थे।
आज भी ढेर किया गया एक नक्सली
छत्तीसगढ़ में आज दूसरे दिन एक बार फिर जवानों और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई है। यह नक्सली मुठभेड़ धमतरी जिले के जंगल में हुई, जहां जवानों के गोलियों से नक्सली ढेर हो गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर 1 बजे जिले के गनरी थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़ा के जंगल में यह मुठभेड़ हुई थी।
धमतरी जिले में जवान इलाके में सर्चिंग अभियान पर निकले हुए थे। इस दौरान दोपहर एक बजे भैसा मुंडा के जंगल में मैनपुर नुआपाड़ा संयुक्त डिवीजन के माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके बाद धमतरी और गरियाबंद जिले की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली। इसी दौरान घात लगाए बैठे नक्सलियों ने डीआरजी जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी गोलीबारी की जिसमें नक्सली मारा गया। मारे गये नक्सली की पहचान वासु के रुप में की गई है। इस मुठभेड़ में कुछ नक्सली घायल भी हुए हैं लेकिन उन्हें उनके सहयोगी अपने साथ ले गये।
अमित शाह ने दी थी चेतावनी
बता दें कि, प्रदेश में BJP की सरकार बनने के 4 महीनों को भीतर अबतक 100 नक्सलियों को ढ़ेर किया जा चुका है। कांकेर के नरहरदेव मैदान में लोक सभा के चुनाव प्रचार के समय अमित शाह ने भी एक जन सभा को संबोधित करते हुए नक्सलियों को सीधी चेतावनी दी थी। अमित शाह ने सभा को संबोधन करते हुए कहा कि मोदी की सरकार फिर से बनवाइए हम दो साल में नक्सलवाद का नामो निशान मिटा देंगे। शाह ने मंच से नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी भी समय है सरेंडर कर दो नहीं तो परिणाम बहुत बुरा होगा। अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने देश मे आतंकवाद समाप्त कर दिया है अब नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है।