गंज शराब दुकान पर विभागीय अधिकारियों का आशिर्वाद! मिलीभगत से दिया जा रहा अंजाम…
शराब दुकान सुपरवाइजर गोविंद चंद्राकर व अधिकारियों के मिलीभगत से परोसा जा रहे कोचियाओं को शराब...
रायपुर| हमेशा अखबारों की सुर्खियां बटोरने वाला प्रदेश का आबकारी विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार का भी मामला कुछ और नही बल्कि ओवर रेटिंग व कोचियाओं को शराब परोसने से जुड़ा हुआ है। चंद पैसों की लालच में शराब दुकान सुपरवाइजर व सेल्समैन की मिली भगत से समयानुसार ओवर रेटिंग को तो अंजाम दिया ही जा रहा है लेकिन विभागीय नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वहीं इन सब कृत्य में कहीं न कहीं विभागीय अधिकारियों का साथ दुकान संचालकों को भरपूर मिल रहा है। बता दें कि बीते दिनों पूर्व ही रायपुर आबकारी उपायुक्त विकास गोस्वामी द्वारा शहर के कई दुकानों में अचानक छापामार कार्यवाई कर ओवर रेटिंग करने वाले लोगों पर विभागीय कार्यवाई की गई थी। लेकिन इस कार्यवाई के बावजूद ओवर रेटिंग बंद होने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं राजधानी रायपुर के गंज पारा स्थित शराब दुकान में सुपरवाइजर गोविंद चंद्राकर व स्टाफ की मिलीभगत से एक से अधिक मात्रा में शराब परोसा जा रहा है। और आश्चर्य की बात तो यह है कि शराब दुकान के बाहर ही नया काउंटर लगा कर कोचियाओं के माध्यम से इन्हीं शराब की बोतलों को 10 से 20 रुपये के अधिक दर पर आम जनता को बेचा जा रहा है। इन सब की शिकायत आबकारी एडीओ वैभव मित्तल से भी हमारी टीम ने कई बार की इसके साथ ही आबकारी उपायुक्त विकास गोस्वामी से भी इसकी शिकायत के बार की गई लेकिन फिर भी इस दुकान सुपरवाइजर या सेल्समैन पर अभी तक विभाग की तरफ से किसी तरह की कोई भी कार्यवाई नही की गई है।
अब ऐसे में एक बड़ा सवाल यहां पर यह उठता है कि क्या अधिकारी जी की मिली भगत के साथ सुपरवाइजर और सेल्समेन इस कृत्य को अंजाम दे रहे हैं और अगर नहीं तो अधिकारी जी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं करते…?