आयुष्मान भारत योजना से जशपुर के मजदूर को मिला कैंसर से नया जीवन

जशपुर। स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सरकार की पहल गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवन का सहारा बन रही है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के आमजन को गंभीर बीमारियों से निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान कर रही है।
इसी योजना ने जशपुर जिले के पुरानी टोली निवासी 46 वर्षीय मजदूर वीरेंद्र खाखा को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से नई जिंदगी दी। मजदूरी कर जीवनयापन करने वाले वीरेंद्र के लिए महंगा इलाज संभव नहीं था, लेकिन आयुष्मान कार्ड के कारण जिला अस्पताल जशपुर और रायपुर मेकाहारा में उनका संपूर्ण इलाज निःशुल्क हुआ। आज वे स्वस्थ होकर सामान्य जीवन जी रहे हैं।
मरीज ने क्या कहा?
वीरेंद्र खाखा ने बताया—
करीब 9–10 महीने पहले मेरे मुँह में घाव हुआ था। साधारण समझकर अनदेखा किया, पर ठीक नहीं हुआ। जांच में कैंसर की पुष्टि हुई तो सबसे बड़ा डर यही था कि इलाज के खर्च का इंतजाम कैसे होगा। लेकिन आयुष्मान कार्ड ने सब कुछ आसान कर दिया। रायपुर और जशपुर दोनों जगह पूरी कीमोथेरेपी और जांच मुफ्त हुईं। आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूँ। अगर यह योजना न होती तो मेरा इलाज अधूरा रह जाता।
डॉक्टर की राय...
जिला अस्पताल जशपुर के डे-केयर कीमोथेरेपी इंचार्ज डॉ. लक्ष्मीकांत आपट ने बताया कि मरीज जब पहुंचे तो मुँह में बड़ा घाव था। प्रारंभिक इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया और फिर शेष चार चरण कीमोथेरेपी जशपुर में पूरी कराई गई। यह संपूर्ण उपचार आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क हुआ। हाल ही में किए गए सीटी स्कैन में बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिले हैं।
योजनाएं कैसे बदल रही हैं जीवन?
गरीब परिवारों को गंभीर बीमारियों का इलाज निःशुल्क उपलब्ध कराकर यह योजना न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा दे रही है, बल्कि मरीजों और परिवारों को नई उम्मीद और आत्मविश्वास भी प्रदान कर रही है। वीरेंद्र खाखा की यह कहानी इसी का जीवंत उदाहरण है।