
लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले आज तक पर प्रसारित अंजना ओम कश्यप के कार्यक्रम पर विवाद गहराता जा रहा है। लखनऊ की न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय अदालत ने आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर की शिकायत पर परिवाद दर्ज करने का आदेश दिया है।

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 14 अगस्त 2025 को प्रसारित “भारत विभाजन का मकसद पूरा क्यों नहीं हुआ” कार्यक्रम में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। परिवाद के मुताबिक, इस शो से वर्ग वैमनस्य फैलने और देश की एकता-अखंडता पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है।



कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए परिवाद स्वीकार किया और वादी के बयान के लिए 30 सितंबर 2025 की तारीख तय कर दी।
सोशल मीडिया पर भी बवाल...
लेखक अशोक कुमार पांडेय ने 15 अगस्त को ट्वीट कर लिखा –
भारत विभाजन जिन्ना और सावरकर का मकसद था, जिसे जनता ने नकार दिया। सवाल है, जिन्ना का मकसद पूरा न होने पर अंजना क्यों दुखी हैं?
वहीं INC न्यूज़ नामक हैंडल ने शो का वीडियो पोस्ट कर आरोप लगाया कि
अंजना ओम कश्यप ने मुसलमानों के खिलाफ नफ़रत फैलाने का ठेका ले रखा है। AajTak को यह वीडियो हटाकर माफी माँगनी चाहिए।
अब निगाहें कोर्ट पर…
अमिताभ ठाकुर ने इसे भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 और 197 का उल्लंघन बताया है।
अब देखना यह होगा कि 30 सितंबर की अगली सुनवाई में अदालत क्या रुख अपनाती है।