कार्रवाई या छलावा, क्या है आबकारी विभाग का मास्टर प्लान…
रायपुर। शराब की ओवररेट कर सरकारी राजस्व की चोरी करने वालों पर आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 57 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाते हुए उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। बता दें कि जिला प्रशासन को लगातार मिल रहे ओवररेट में शराब बेचने की शिकायत पर कलेक्टर ने कार्रवाई करने के निर्देश दिया। कलेक्टर ने अलग-अलग टीम बनाई, इन टीमों ने जिले के अलग-अलग देशी और विदेश शराब दुकानों पर जाकर शराब खरीदी और यह पाया कि दुकानों पर शासन द्वारा निर्धारित से अधिक रेट पर शराब बेची जा रही है। शिकायतों की पुष्टि होने के बाद आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संबंधित दुकानों में काम करने वाले 57 लोगों को बर्खास्त कर दिया है।
ओवररेट शराब बेचने के मामले में कलेक्टर के निर्देश पर आबकारी विभाग ने कार्रवाई की लेकिन यह कार्रवाई केवल दिखावे मात्र की कार्रवाई ही रही।
विभाग द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार...
कम्पोजिट तेदुंवा, विदेशी मदिरा दुकान स्टेशन रोड, कम्पोजिट नेवरा, विदेशी मदिरा दुकान व्यास तालाब, विदेशी मदिरा दुकान मेटल पार्क, विदेशी मदिरा दुकान कुर्रा, विदेशी मदिरा दुकान लालपुर, विदेशी मदिरा दुकान लाभांडी, देशी मदिरा अभनपुर, विदेशी मदिरा दुकान अभनपुर और कम्पोजिट मदिरा दुकान उरला में छापा मारा गया और कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया।
विभागीय सूत्रों की माने तो विभाग द्वारा जारी किए गए इस लिस्ट में कई ऐसे दुकान हैं जिनमें वे कर्मचारी वर्तमान समय में कार्य ही नही करते जिन्हें कार्य मुक्त किया गया है या ब्लैक लिस्ट किया गया है।
अब सोचने वाली बात यह है कि जब कलेक्टर साहब ने कार्रवाई के आदेश अभी दिए तो विभाग माह के अंतराल में किए गए कार्रवाई का लिस्ट क्यों जारी किया गया। सिर्फ वर्तमान में किए गए कार्रवाई के लिस्ट को क्यों जारी नही किया गया। क्या आबकारी विभाग कार्रवाई के नाम पर दिखावा क्यों कर रहा है? या फिर विभाग कार्रवाई के नाम पर वाहवाही बटोरने का काम कर रहा…? हालांकि इस खबर पर nationupdate.in अपनी मुहर नही लगता।