देश का एक ऐसा गांव जहां 7 दिन पहले मनाई जाती है दिवाली…वजह कर देगी हैरान

नई दिल्ली : रोशनी का त्योहार दीपावली हर साल अमावस्या के दिन मनाया जाता है. लेकिन छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक ऐसा गांव है जहां पर दीवाली एक हफ्ते पहले ही मनाई जाती है. सेमरा गांव का हर घर दीप, लाइटिंग से जगमग कर रहा है.और यहां के वासियों में गजब का उत्साह है. वक्त बदल गए, लोग बदल गए, लेकिन सेमरा गांव की परंपरा आज भी वैसी है. कोई भी त्योहार हो. इस गांव में एक हफ्ते पहले ही मनाया जाता है. है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. दीपावली जैसा माहौल पूरे गांव में देखने को मिला है. लोग घरों को सजाते हैं. साथ ही इसी दिन हर घर पकवान भी बनाए जाते हैं.
क हफ्ते पहले मनाए जाते हैं प्रमुख त्योहार
सेमरा गांव में लोग दिवाली से एक हफ्ते पहले ही अपने घर पर रंगोली सजाने से लेकर अपने इष्ट की पूजा करने और अच्छे पकवान बनाने तक सारा काम कर लेते हैं। सिर्फ दिवाली पर ही नहीं ये गांव देश के बाकी सभी होली, हरेली और पोला जैसे प्रमुख त्योहार भी समय से एक हफ्ते पहले ही मना लेता है। ऐसा इस गांव में पिछले कई दशकों से चलते आ रहा है। यहां के लोगों में इस परंपरा को तोड़ने की जरा भी हिम्मत नहीं है।
सिदार देव की पूजा
जाहिर है कि इस परंपरा के बारे में सुनने के बाद आपको भी इसके बारे में जानने की बैचेनी हो रही होगी। वैसे तो इस परंपरा के बारे में किसी ने कुछ खास ज्यादा बताया नहीं हैं। गांव के लोगों का कहना हैं कि सिदार देव पूरे गांव की रक्षा करते हैं, जिसके लिए उनकी पूजा की जाती है। एक बार पूरे गांव में एक बड़ी विपत्ति आने वाली थी जिससे सिदार देव ने सबको बचाया था। इसके बाद सिदार देव ने गांव में पुजारी को सपने में आकर कहा कि गांव वाले अगर सबसे पहले उनकी पूजा करेंगे वह गांव कभी भी किसी भी तरह की विपत्ति नहीं आएगी। बस तभी से गांव ये इस परंपरा की शुरुआत हुई।