राज्य सरकार की निर्णय व नीति से पीड़ित लोगों के चेहरे पर मुस्कान परिवार में आई खुशियां, चिटफंड कंपनी से 94 लोगों की पसीने की कमाई हुई वापसी…
बैकुंठपुर कोरिया। राज्य सरकार की महत्वपूर्ण निर्णय की बदौलत कोरिया जिले के 94 लोगों की चेहरे में मुस्कान बिखरी है तो उनके परिवार में खुशियां भी लौटी है। चिटफंड ‘ग्रीन इंडिया मल्टी स्टेट कंपनी’ में वर्ष 2012 में 18 हजार रूपए निवेश किया था कि ताकि वह पैसा दोगुना मिलेगा लेकिन न मूल मिला न ब्याज।
लोगो ने उम्मीद छोड़ दी थी कि यह 18 हजार रूपए भी मिलेगा कि नहीं उम्मीद नहीं थी कि गाढ़ी कमाई का पैसा वापस कभी मिल पाएगा, लेकिन यह, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन कोरिया ने इस गरीब की फरियाद को गंभीरता से सुनी और त्वरित निर्णय लेते हुए आज खाते में जिला प्रशासन की पहल और कार्यवाही से पूरे 18 हजार रूपए वापस मिल गई। यह जानकारी कोरिया जिले के हितग्राही, चरचा निवासी, शरद कुमार ने दी।’
इसी तरह एससीईएल में कार्यरत चरचा कॉलरी निवासी 54 वर्षीय मनु बाई ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2012 में 54 हजार रूपए चिटफंड ‘ग्रीन इंडिया मल्टी स्टेट कंपनी’ में निवेश किया था। उन्हें उम्मीद थीं कि वह पैसा दोगुना नहीं बल्कि तीनगुना होकर जब उनके खाते में आएगी तो वह अपने बच्चों के पढ़ाई में और ज्यादा खर्च करेंगे। पति की मृत्यु पहले ही हो गया था, परिवर चलाने की जिम्मेदारी उनके ऊपर थीं, लेकिन पैसा वापस होना महज सपना था। एक दशक हो जाने के बाद भी जब पैसा वापस नहीं मिला तो उम्मीद ही छोड़ दिया था और मन ही मन अपने आपको कोसते रहते थे।
लेकिन छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के एक निर्णय ने हमें भरोसा जगाया, वहीं जिला कोरिया के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के संवेदनशील पहल ने विश्वास जीता था कि एक दिन यह डूबत पैसा जरूर वापस आएगा और इस तरह सच हुआ कि पूरे 54 हजार रूपए खाते में आ गया है।
इसी तरह की दर्द को बयां करते हुए 35 वर्षीय शेख हसन अली, नाडू, महेन्द्र, निरंजन, कालिया ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2011-12 में चिटफंड कंपनी में अपनी मेहनत की पैसे निवेश किया था उन्हें वापस मिलेगा यह तनिक भरोसा नहीं था। लेकिन एक स्वर में आज इन लोगों ने कहा कि ’’भूपेश है तो भरोसा है’’ और इस नारा को चरितार्थ हम जैसे लोगों के पैसे वापस किया।
आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से चिटफंड निवेशक न्याय कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के निवेशकों के हितो के संरक्षण अधिनियम 2005 के तहत राशि अंतरण कार्यक्रम वीडियो कॉन्फेरेंन्सिग में जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक कुमार बंसल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी जुड़े हुए थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हितग्राहियों से चर्चा करते हुए कहा कि इस तरह खून पसीने की निवेश किया जाता है, कोई सेवानिवृत्त होने के पश्चात् मिली राशि को निवेश करते है, कोई धान बेचकर पैसे डालते है। ताकि विवाह, मकान निर्माण उच्च शिक्षा जैसे कार्यो के लिए यह निवेश राशि काम आए, लेकिन इन चिटफंड कंपनियों ने उन्हे धोखा दिया है। ऐसे जो भी चिटफंड कंपनी है, उस पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है तथा विधि सम्मत निवेशकों की राशि भी लौटाई जा रही है।
कलेक्टर लंगेह ने वीडियो कॉन्फेरेंन्सिग के मध्यम से भूपेश बघेल को जानकारी देते हुए बताया कि जिले में ग्रीन इंडिया स्टेट कंपनी में 94 लोगों ने निवेश किया था, जिसमें से आज 17 लाख 18 हजार 860 रूपए की राशि अंतरण की गई है। वीडियो कॉन्फेरेंन्सिग में डिप्टी कलेक्टर रमेश कुमार साहू, अग्रणी बैंक मैनेजर प्रकाश कुमार एवं लाभार्थी शिवराम, बलराम, मनोज कुमार, आनंदी, निरंजन भी उपस्थित थे।