धड़ल्ले से चल रहा अवैध मुरुम उत्खनन, लगाम लगाने में नाकाम अधिकारी…

रायपुर। राजधानी रायपुर में अवैध खनन माफियाओं का जाल कुछ इस तरह फ़ैल चूका है की अब खनिज विभाग के अधिकारी भी इस पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं| क्या दिन और क्या रात चौबीसों घंटे बड़ी बड़ी गाड़ियों से खनन किया जाता है और सरकार से रायल्टी की चोरी की जाती है| खनन के समय अगर किसी की भी जान चली जाये तो इन खनन माफियाओं को क्या ही फर्क पड़ता है| इन्हें तो सिर्फ अपने पैसों से ही मतलब है| इनसां तो इंसान अब इन खनन माफियाओं के चपेट में मूकबदिर पशु भी आने लगे हैं|
मामला राजधानी रायपुर से लगे माना बस्ती के तूता का है जहाँ पिछले कुछ महीनों से अवैध मुरुम खनन का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है| जिसकी खबर nationupdate.in द्वारा लगातार दिखाई जा रही है| साथ ही सम्बंधित अधिकारीयों को भी इसकी सुचना दी जा रही है| ऐसा नही है की अधिकारीयों द्वारा कभी कोई कार्यवाई नहीं की गई हो| कार्यवाई हुई है लेकिन सिर्फ ओर सिर्फ दिखावे मात्र की| क्यों की अधिकारी जैसे ही कार्यवाई कर के घटनास्थल से जाते ठीक उसके कुछ समय बाद एक बार फिर अवैध खनन का काम शुरू हो जाता|
माना तूता से आज जब दो भैसों के मरने की सुचना मिली तो nationupdate.in की टीम नें घटनास्थल पर जा कर इसकी पड़ताल की और पाया की अवैध खनन में स्तेमाल हो रहे हईवा द्वारा बिजली की तार टूट गई थी जिसके बाद दोनों भैंस करेंट दौड़ती इस तार की चपेट में आ गई जिसकी वजह से इन दोनों भैसों की मौत हो गई| घटना स्थल पर मौजूद हमने कई ग्रामीणों से भी बात किया तो पता चला की (लेखू बैस) द्वारा पिछले कई समय से नया तरिया में अवैध तरीके से मुरुम का उत्खनन कराया जा रहा था ग्रामीणों के काफी विरोध के बाद भी सरपंच द्वारा कोई कार्यवाई नही की गई और ना ही खनिज विभाग के अधिकारीयों द्वारा इस ओर कोई ध्यान दिया गया|
nation update की टीम द्वारा घटनास्थल से ही खनिज विभाग के अधिकारीयों को कई बार संपर्क किया गया| लेकिन अधिकारी कभी छुट्टी का बहाना देते तो कभी टीम घटनास्थल के लिए निकल गई है कह कर बात को टाल देते| अधिकारीयों की टालमटोल जावाब सुन ऐसा लगता है की अधिकारीयों की आपसी मिलीभगत से ही अवैध उत्खनन के इस कृत्या को अंजाम दिया जा रहा है|