पुर्ण शराबबंदी पर घमासान, क्या है सरकार का नया प्लान…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने से पूर्व ही न्यू कांग्रेस भवन (राजीव भवन) में कांग्रेस के तत्कालीन मंत्री आर पी सिंह व कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं द्वारा हांथों में गंगाजल लेकर पूर्ण शराबबंदी लागू करने की कसम खाई गई थी। लेकिन कांग्रेस की सरकार बने लगभग साढ़े चार साल बीत गए कांग्रेस द्वारा किए गए अपने इस वादे को पूरा नहीं किया गया।
पूर्ण शराबबंदी के इस मामले पर इन साढ़े चार सालों में राजनीतिक उठा पटक तो काफी हुए। कांग्रेस द्वारा भी कई आरोप प्रत्यारोप इस दौरान लगाए गए। तो वहीं कांग्रेस को वरिष्ठ मंत्री स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव द्वारा एक बयान दिया जाता है कि अब छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू नही किया जाएगा। तो अब इसका मतलब जनता क्या समझे कि कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र में किये गए वादे झूठे थे। या फिर हांथों गंगाजल में लेकर खाई वह कसम झूठी थी…?
इन चार सालों में शराबबंदी के वादे पर अमल तो नहीं किया गया लेकिन पार्ट-2 शराब की बिक्री काफी हुई। जिस पर नेशन अपडेट की टीम ने लगातार खबर लगाकर शासन व प्रशासन को अवगत भी कराया।
बहरहाल छत्तीसगढ़ में यह साल चुनावी साल है इस लहजे से सरकार को अपने घोषणा पत्र में किए सारे वादे याद आने लगे हैं। पूर्ण शराबबंदी को छत्तीसगढ़ में कैसे लागू करें इस विषय पर सरकार द्वारा गठित एक टीम अब बिहार की गलियारों में दिखाई देते नजर आ रही है। बता दें कि यह टीम यहां इस विषय पर मंथन करने आई है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी को कैसे लागू किया जाए।
तो वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी पूर्ण शराबबंदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस प्रकार पहले कोचियाओं की वजह से छत्तीसगढ़ में आतंक और भय का राज हुआ करता था वह फिर से लौट कर आ रहा है। कुछ ही समय बाद फिर से शराब गलियों में बिकते नज़र आएंगे।
वहीं शराब बंदी के मामले पर विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र में किये गए सारे वादों को सरकार पूरा करेगी। कांग्रेस को जनादेश 5 सालों के लिए मिला है न कि 50 दिन के लिए।
वहीं पूर्ण शराबबंदी के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह एकाएक नोट बंदी का फैसला लिया गया था उस तरह छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी लागू नही की जा सकती क्योंकि नोट बंदी से जिस तरह लोगों को काफी नुकसान हुआ था काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और सरकार सरकार पूर्ण शराबबंदी से क्या नुकसान हो सकते हैं इन सभी का मंथन करके छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी को लागू करेगी।
बहरहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी होगी या नहीं…? और अगर होगी तो कब तक होगी…?