नवंबर 2025 में सकल जीएसटी संग्रह 1.70 लाख करोड़ रुपये रहा, सालाना आधार पर 0.7% की बढ़ोतरी

नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2025 में देश का सकल जीएसटी संग्रह सालाना आधार पर 0.7 प्रतिशत बढ़कर 1.70 लाख करोड़ रुपये हो गया। नवंबर 2024 में यह आंकड़ा 1.69 लाख करोड़ रुपये था।
हालांकि शुद्ध जीएसटी राजस्व में 2.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 1.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। यह गिरावट मुख्य रूप से 22 सितंबर 2025 से 375 वस्तुओं एवं सेवाओं पर जीएसटी दरों में की गई कमी का परिणाम है।
आयात से प्राप्त राजस्व में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई। नवंबर में आयात पर जीएसटी संग्रह 10.2 प्रतिशत बढ़कर 45,976 करोड़ रुपये हो गया।
राज्यों के संग्रह में भी सुधार देखने को मिला। हरियाणा में 17 प्रतिशत, असम में 18 प्रतिशत, केरल में 8 प्रतिशत, राजस्थान में 6 प्रतिशत तथा तमिलनाडु और गुजरात में क्रमशः 2 प्रतिशत और 1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
माह-दर-माह तुलना में हालांकि संग्रह घटी है। अक्टूबर 2025 में सकल जीएसटी संग्रह 1.96 लाख करोड़ रुपये तथा मई 2025 में यह 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा था। इस लिहाज से नवंबर का संग्रह पिछले कुछ महीनों से कम रहा।
विश्लेषकों के अनुसार जीएसटी दर कटौती का सकारात्मक प्रभाव अर्थव्यवस्था पर असर दिख रहा है, लेकिन शुद्ध राजस्व में कमी के चलते सरकार को आने वाले महीनों में संग्रह पर नजर रखनी होगी।



