नवा रायपुर में तीन दिवसीय डीजीपी सम्मेलन खत्म, PM ने 2047 तक आधुनिक व संवेदनशील पुलिसिंग का विजन रखा

नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में आयोजित 60वीं अखिल भारतीय डीजीपी-आईजी सम्मेलन रविवार को समाप्त हो गया। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित देशभर के वरिष्ठ पुलिस एवं सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन देश की आंतरिक सुरक्षा रणनीति को नई दिशा देने वाला मंच बन गया है। उन्होंने पुलिस बलों से जनता विशेषकर युवाओं के बीच विश्वास की नई छवि बनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम के लिए डायल 112 जैसे एकीकृत देशव्यापी आपात प्लेटफॉर्म की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने भविष्य की पुलिसिंग को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, फोरेंसिक विज्ञान, नेटग्रीड और डेटा आधारित सिस्टम पर केंद्रित करने की बात कही। विदेशों में फरार अपराधियों को भारत लाने की रणनीति पर भी विस्तृत चर्चा हुई। आतंकवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी, साइबर अपराध और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर तेज एवं समन्वित रणनीति बनाने पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2047 के विजन के तहत पुलिसिंग को जवाबदेह, संवेदनशील और आधुनिक बनाने की आवश्यकता रेखांकित की।
सम्मेलन के अंतिम दिन उन राज्यों ने अपनी प्रस्तुति दी जिन्हें शनिवार को अवसर नहीं मिला था। प्रथम सत्र में पुलिसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर विचार-विमर्श हुआ जबकि द्वितीय सत्र में नई गाइडलाइंस तैयार करने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित रहा। सुरक्षा एजेंसियों की जरूरतों, राज्यों के सुझावों और पिछली सिफारिशों के आधार पर अंतिम दिशानिर्देशों का मसौदा तैयार किया गया। भू-राजनीतिक चुनौतियों पर भी गहन चर्चा हुई तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एक राज्य को मॉडल स्टेट चुना गया जिसकी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को देशव्यापी रूप से लागू करने की योजना बनेगी।
शनिवार को सम्मेलन के दूसरे दिन करीब 13 घंटे लंबी मैराथन बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने स्वयं नेतृत्व किया। सम्मेलन में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक तथा शहरी पुलिसिंग सुधारों के लिए पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न स्कूलों के लगभग 30 छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और उनके करियर तथा परीक्षा संबंधी प्रश्नों पर चर्चा की।



