चक्रवात दित्वाह का दक्षिण भारत पर असर तेज, तमिलनाडु-पुडुचेरी में रेड अलर्ट और भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित

चक्रवाती तूफान दित्वाह तेजी से तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। तमिलनाडु के कई तटीय इलाकों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे पहले दित्वाह ने श्रीलंका के पूर्वी तट पर भारी तबाही मचाई थी, जहां 150 से अधिक लोगों की मौत हुई और व्यापक नुकसान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, तूफान की तीव्रता वर्तमान में साइक्लोनिक स्टॉर्म के रूप में बनी हुई है और इसके और अधिक मजबूत होने के आसार नहीं हैं। तमिलनाडु में चार जिलों में रेड अलर्ट और पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू है। कई क्षेत्रों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। अनुमान है कि दित्वाह रविवार सुबह तट से लगभग 50 किलोमीटर और शाम तक 25 किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा।
नागपट्टिनम जिले में हालात गंभीर हो गए हैं। अरुलमिगु वेदारण्येश्वर स्वामी मंदिर के गर्भगृह के बाहर तक पानी भर गया है, जिससे भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, तूफान अगले 24 घंटों में उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी तट के समानांतर उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा।
चक्रवात से निपटने के लिए वडोदरा से विशेष विमान द्वारा एनडीआरएफ की पांच टीमें चेन्नई पहुंचाई गई हैं। प्रत्येक टीम में छह जवान हैं और सभी को राहत-बचाव के उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। इन टीमों को तमिलनाडु के विभिन्न इलाकों में तैनात किया जाएगा।
पुडुचेरी में भी तेज हवाएं और हाई टाइड देखने को मिल रहा है। समुद्र में लगातार उठ रहीं ऊंची लहरों के कारण तटीय क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई है। गांधी बीच से मिले विजुअल में समुद्र का उफान स्पष्ट दिखाई देता है। पर्यटन गतिविधियों पर भी असर पड़ा है। सुरक्षा कारणों से पर्यटकों को समुद्र तट के पास जाने की अनुमति नहीं दी जा रही, जिससे उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।



