राष्ट्रीय शहरी कॉनक्लेव में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने रखे विचार, कहा — “शहरी विकास की नींव है क्षमता निर्माण”

नई दिल्ली। उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने कहा कि
“शहरी प्रशासन में सफलता तभी संभव है जब अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता विकास पर निरंतर काम किया जाए।”
वे नई दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) में आयोजित दो दिवसीय नेशनल अर्बन कॉनक्लेव में बोल रहे थे।

इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया गया था, जिसमें देशभर से 2500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें विभिन्न राज्यों के शहरी विकास मंत्री, नीति निर्माता, शहरी योजनाकार, विशेषज्ञ और नगर निकायों के जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
शहरी विकास पर गहन मंथन, अरुण साव ने किया सत्र की अध्यक्षता...
राष्ट्रीय शहरी महासम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने की। इस दौरान शहरी प्रबंधन से जुड़े सात प्रमुख विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने “क्षमता विकास (Capacity Building)” विषय पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता की और कहा —
“नगरीय निकायों की कार्यकुशलता उनके कर्मियों की क्षमता पर निर्भर करती है। इसलिए प्रथम पंक्ति से अंतिम पंक्ति तक हर कर्मचारी का नियमित प्रशिक्षण और कौशल विकास बेहद जरूरी है।”
‘बेस्ट प्रैक्टिसेस’ और नवाचारों को अपनाने की बात...
उपमुख्यमंत्री साव ने कहा कि शहरी व्यवस्था में सुधार केवल अधोसंरचना विकास से नहीं, बल्कि प्रशासनिक दक्षता और नवीन सोच से संभव है। उन्होंने सुझाव दिया कि—
- जिला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यशालाएं और क्लासरूम सत्र आयोजित किए जाएं।
- ऑनलाइन ट्रेनिंग मॉड्यूल्स और ज्ञान विनिमय मंचों को बढ़ावा दिया जाए।
केंद्रीय मंत्री को भेंट की “स्वच्छता कॉफी टेबल बुक”
कॉनक्लेव के दौरान श्री साव ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल को छत्तीसगढ़ के शहरों की स्वच्छता पर आधारित कॉफी टेबल बुक भेंट की।उन्होंने बताया कि राज्य में स्वच्छता और सतत शहरी प्रबंधन के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और राज्य सरकार भारत सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्यों को तय समय सीमा में पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कॉनक्लेव में उनके साथ नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस., संचालक रिमिजियुस एक्का, दुर्ग की महापौर अल्का बाघमार, जगदलपुर के महापौर संजय पांडेय, SUDA के सीईओ शशांक पांडेय, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
सर्कुलर इकोनॉमी से लेकर स्वच्छता तक — इन विषयों पर हुआ मंथन...
दो दिवसीय कॉनक्लेव में सर्कुलर इकोनॉमी, क्षेत्रीय योजना, क्षमता निर्माण, शहरी शासन, हाउसिंग इकोसिस्टम, गरीबी उन्मूलन, और निर्माण एवं ध्वस्तीकरण अपशिष्ट प्रबंधन (C&D Waste) जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।

कॉनक्लेव में लॉन्च हुए ये प्रमुख कार्यक्रम...
कॉनक्लेव के दौरान कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया —
- डंपसाइट रीमेडिएशन एक्सेलरेटर प्रोग्राम (DRAP) — 8.8 करोड़ मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट के निपटान का लक्ष्य।
- स्वच्छ भारत मिशन ज्ञान प्रबंधन इकाई (KMU) — शहरी स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय ज्ञान मंच।
- HUDCO की अर्बन इन्वेस्ट विंडो (UWIN) — शहरी परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नया प्लेटफॉर्म।
- ‘जल ही जननी’ गीत का विमोचन — जल संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु प्रेरक पहल।



