बीजापुर दौरे पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने ली नक्सल उन्मूलन और विकास कार्यों की समीक्षा, कहा – “अब डर नहीं, भरोसा बढ़ा है”

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने अपने दो दिवसीय बीजापुर प्रवास के दौरान शनिवार को इंद्रावती सभाकक्ष में नक्सल उन्मूलन और अंदरूनी इलाकों में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि “बीजापुर अब बदलाव की दिशा में आगे बढ़ रहा है — जहां कभी भय था, वहां अब विश्वास की नींव मजबूत हो रही है।”
सुरक्षा कैम्पों से बदल रही तस्वीर...
बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि बीते दो वर्षों में नक्सली गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है। बड़ी संख्या में युवाओं ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा को अपनाया है, वहीं आईईडी बरामदगी और हथियार जब्ती जैसी कार्रवाइयों ने सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत किया है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से अब प्रशासन की पहुंच दूरस्थ इलाकों तक हो चुकी है और आम नागरिकों में राज्य शासन के प्रति भरोसा बढ़ा है।
विकास की रफ्तार तेज...
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पेयजल और संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं से जुड़े कार्यों की समीक्षा की।

कलेक्टर संबित मिश्रा ने जानकारी दी कि सुरक्षा कैम्पों की स्थापना के बाद 166 गांवों को ‘नियद नेल्ला नार योजना’ के तहत जोड़ा गया है, जहां शासन की सभी योजनाओं का क्रियान्वयन तेज़ी से किया जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार...
उपमुख्यमंत्री ने भैरमगढ़ ब्लॉक के नदी पार सात गांवों में आयोजित मेगा हेल्थ कैंप की सराहना की। उन्होंने कहा —
“स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक तक पहुंचना हमारी प्राथमिकता है। इंद्रावती नदी किनारे बसे गांवों में मोटर बोट की सुविधा जल्द उपलब्ध कराई जाएगी।”
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक गांव में आशा और मितानिन कार्यकर्ता की नियुक्ति शीघ्र सुनिश्चित की जाए ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और सुदृढ़ हो सके।
वनाधिकार और योजनाओं पर फोकस...
विजय शर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ‘नियद नेल्ला नार योजना’ के तहत सभी पात्र हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र जल्द वितरित किए जाएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक सुरक्षा कैम्प क्षेत्र में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं, ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गति बनी रहे।

महिला समूहों को नई आर्थिक दिशा...
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लघु वनोपज के वैल्यू एडिशन पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि महुआ, टोरा, इमली और चिरौंजी जैसी स्थानीय वनोपजों के वैज्ञानिक संग्रहण और प्रसंस्करण से आयवृद्धि मॉडल विकसित किया जाए।
“ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाएं मुख्य भूमिका निभा रही हैं। हम उन्हें सशक्त कर आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे।” — विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री
बैठक में रहे अधिकारी...
बैठक में बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर संबित मिश्रा, एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णन वाय., सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे तथा इंद्रावती टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक संदीप बलगा सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।



