प्रधानमंत्री की सूर्य घर योजना से खैरागढ़ के भानुप्रताप बने आत्मनिर्भर, घर की छत पर सोलर पैनल से बिजली बिल हुआ शून्य

रायपुर/खैरागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ अब घर-घर तक पहुँच रही है और आम लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन ला रही है। खैरागढ़ शहर के सिविल लाइन निवासी भानुप्रताप मेश्राम ने इस योजना का लाभ उठाकर अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता की रूफटॉप सोलर यूनिट स्थापित की है।
इस योजना के अंतर्गत श्री मेश्राम को केंद्र सरकार से ₹78,000 और राज्य सरकार से ₹30,000 की सब्सिडी प्राप्त हुई, जिससे सौर संयंत्र की कुल लागत में भारी कमी आई।
तीन माह में शून्य बिल और अतिरिक्त आय...
केवल तीन महीनों में ही भानुप्रताप मेश्राम ने 1,078 यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया। इसमें से 612 यूनिट का उपयोग उन्होंने अपने घर में किया, जबकि 466 यूनिट बिजली विभाग को विक्रय की।
उन्होंने बताया कि इस योजना की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों से मिली और आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल रही।
“अब मेरे घर का बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है और अतिरिक्त ऊर्जा बेचकर आय भी हो रही है,”
— भानुप्रताप मेश्राम, सिविल लाइन, खैरागढ़
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे भी इस योजना का लाभ लें और प्रधानमंत्री के एक करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने के लक्ष्य को सफल बनाने में सहभागी बनें।
ऊर्जा में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम...
सोलर यूनिट लगाने से पहले श्री मेश्राम का मासिक बिजली बिल लगभग ₹300 आता था, जो अब पूरी तरह समाप्त हो गया है। अब वे हर महीने अतिरिक्त ऊर्जा बेचकर आय प्राप्त कर रहे हैं।
यह योजना न केवल आर्थिक राहत दे रही है, बल्कि हरित ऊर्जा (Green Energy) के क्षेत्र में आम नागरिकों की भागीदारी भी बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन की बदौलत खैरागढ़ जैसे शहर अब ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हैं।



