
जशपुर। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना अब जरूरतमंद परिवारों के लिए उम्मीद की किरण बन चुकी है। इस योजना ने हाल ही में जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के 48 वर्षीय किसान गणेशराम यादव को नई ज़िंदगी दी है।
गणेशराम की दोनों किडनियाँ खराब हो चुकी थीं। कई महीनों से डायलिसिस पर निर्भर रहने के बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ रही थी। डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी, लेकिन महंगा इलाज सुनकर परिवार की सारी उम्मीदें टूट गईं। सीमित आय वाला किसान परिवार इलाज का खर्च उठाने में पूरी तरह असमर्थ था।
योजना बनी जीवन की संजीवनी...
इसी दौरान गणेशराम को कुनकुरी सदन के माध्यम से मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना की जानकारी मिली। उन्होंने तुरंत आवेदन किया और आवश्यक दस्तावेज़ जमा किए। सरकार की पहल से बिना किसी जटिल प्रक्रिया के किडनी प्रत्यारोपण का पूरा खर्च योजना के अंतर्गत स्वीकृत हो गया।
गणेशराम को रायपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उनका सफल किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। सबसे भावुक क्षण तब आया जब उनकी 64 वर्षीय माता सरस्वती यादव ने अपने बेटे को किडनी दान कर जीवनदान दिया। माँ का यह बलिदान और योजना का सहयोग मिलकर गणेशराम के लिए संजीवनी साबित हुआ।
मुख्यमंत्री से मुलाकात...
स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के बाद गणेशराम ने अपने परिवार के साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात की। भावनाओं से भरी आँखों से उन्होंने कहा —
“अगर यह योजना नहीं होती, तो शायद मैं आज जीवित नहीं होता। सरकार ने हमारी टूटी हुई आस को फिर से जीवन दिया है।”
मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि प्रदेश का हर नागरिक बेहतर स्वास्थ्य सेवा पाने का हकदार है, और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित न रहे।
जनसेवा की मिसाल...
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में संवेदनशील शासन और मानवीयता की नई मिसाल कायम की है। जशपुर के किसान गणेशराम की कहानी यह साबित करती है कि जब शासन और जनता का भरोसा साथ हो, तो असंभव भी संभव हो जाता है।



