Tribal Development in Chhattisgarh पर मुख्यमंत्री साय और केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम की सार्थक चर्चा

रायपुर, 31 अक्टूबर 2025।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम के बीच सौजन्य भेंट के दौरान (Tribal Development in Chhattisgarh) को लेकर कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने राज्य में आदिवासी समाज की प्रगति और उनके उत्थान के लिए चल रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी केंद्रीय मंत्री को दी।
आदिवासी संस्कृति के संरक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति अपनी विशिष्टता और गहराई के लिए जानी जाती है। राज्य सरकार इस धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक कला, हस्तशिल्प और लोक परंपराओं को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए राज्य सरकार निरंतर पहल कर रही है।
जनजातीय समाज के समग्र विकास की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि जनजातीय अंचलों में सड़क, स्वास्थ्य केंद्र और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने राज्य सरकार की पहल की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास का एक सशक्त मॉडल बन सकता है। उन्होंने भरोसा जताया कि केंद्र और राज्य मिलकर जनजातीय क्षेत्रों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेंगे।
सौजन्य मुलाकात में नीति और दृष्टिकोण पर हुई चर्चा
बैठक के दौरान आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरण देव और पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह और शॉल भेंट कर स्वागत किया, जो छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक माना जाता है।
 
				 
					


