दीपावली पर ‘अपना घर’ का सपना हुआ साकार: रायगढ़ जिले में 30 हजार से अधिक आवासों में जली खुशियों की रोशनी

रायगढ़। इस बार की दीपावली छत्तीसगढ़ के हजारों परिवारों के लिए कुछ खास साबित हो रही है। जहां आम घरों में दीप जलेंगे, वहीं रायगढ़ जिले के 30 हजार से अधिक परिवारों के नए पक्के घरों में “अपना घर” होने का गर्व और आत्मसम्मान भी जगमगाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत रायगढ़ जिला प्रदेश का अग्रणी बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील नेतृत्व दृष्टि और वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी के विशेष प्रयासों से यह ऐतिहासिक उपलब्धि संभव हो सकी है।
मिशन मोड में रायगढ़ की बड़ी छलांग...
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के नेतृत्व में रायगढ़ जिले ने प्रधानमंत्री आवास योजना को केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि “जनभागीदारी के अभियान” का रूप दे दिया। गांव-गांव में टीमों ने लगातार निगरानी की, लाभार्थियों की समस्याओं का समाधान किया और निर्माण कार्य को मिशन मोड में आगे बढ़ाया। जिन स्थानों पर कार्य धीमा पाया गया, वहां त्वरित समीक्षा और सुधार की कार्रवाई की गई। परिणामस्वरूप रायगढ़ ने 5 हजार से लेकर 30 हजार आवासों के सभी लक्ष्य समय से पहले पूरे कर प्रदेश में नया कीर्तिमान बनाया।
रोजगार, आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की नई कहानी...
प्रधानमंत्री आवास योजना ने सिर्फ छत नहीं दी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा दी है। महिला स्व-सहायता समूहों को सेंट्रिंग प्लेट निर्माण और आपूर्ति जैसे कार्यों में जोड़ा गया, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी और आत्मनिर्भरता मिली। वहीं युवाओं को राजमिस्त्री प्रशिक्षण देकर निर्माण कार्य में जोड़ा गया, जिससे स्थानीय रोजगार और श्रम की गरिमा दोनों को बल मिला। रायगढ़ अब ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण का प्रेरक उदाहरण बन चुका है।

बिरहोर परिवारों के जीवन में ‘जनमन’ योजना से आया उजाला...
प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत रायगढ़ जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर परिवारों के लिए स्वीकृत 173 आवासों में से 150 आवासों का निर्माण पूरा हो चुका है — यानी 82 प्रतिशत लक्ष्य हासिल। इन नए घरों ने बिरहोर परिवारों के जीवन में न केवल स्थायित्व, बल्कि सम्मान और आत्मविश्वास की रोशनी भी जगा दी है। इस दीपावली उनके घरों में जलते दीये सिर्फ प्रकाश का नहीं, बल्कि गरिमा और जुड़ाव का उत्सव मनाएंगे।
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी बोले — “हर घर में अब खुशियों की गूंज”
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि रायगढ़ जिला प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के क्रियान्वयन में लगातार अग्रणी रहा है।
उन्होंने कहा —
“प्रधानमंत्री आवास योजना ने केवल घर नहीं दिए, बल्कि जीवन में स्थायित्व, सम्मान और आत्मविश्वास दिया है। इस बार की दीपावली में जिन घरों में दीये जलेंगे, वहां बच्चों की हंसी और संतोष की मुस्कान भी चमकेगी — यही इस योजना की सच्ची सफलता है।”
‘अपना घर’ की रोशनी से रोशन होगी रायगढ़ की दीपावली...
यह दीपोत्सव केवल दीपों का नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं की संवेदनशीलता और जनता की उम्मीदों के मिलन का पर्व है। 30 हजार से अधिक परिवारों की नई छतों पर टिमटिमाते दीये उस सपने की पूर्ति का प्रतीक हैं, जो हर गरीब परिवार ने कभी अपने लिए देखा था। इस बार दीपावली की रात रायगढ़ सचमुच “खुशियों के उजाले” से जगमगाने वाली है।