धनखड़ का पेंशन पैकेज सुर्खियों में, एक नहीं तीन-तीन पेंशन पाने वाले पहले पूर्व उपराष्ट्रपति, हर महीने खाते में आएंगे इतने पैसे

Former Vice President Pension: देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। 21 जुलाई 2025 को अचानक इस्तीफा देने के बाद वे लंबे समय तक सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए। लेकिन 40 दिन बाद राजस्थान विधानसभा में पेंशन के लिए उनका आवेदन खबरों की हेडलाइन बन गया। दरअसल, उन्हें एक नहीं बल्कि तीन-तीन पेंशन मिलने जा रही है।
कितनी मिलेगी पेंशन?
राजस्थान विधानसभा ने उनके पूर्व विधायक पेंशन के आवेदन को मंजूरी दे दी है। अब उन्हें पूर्व विधायक के तौर पर 42 हज़ार रूपये प्रति माह पेंशन मिलेगा| वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति के तौर पर 2 लाख रूपये प्रति माह व पूर्व लोकसभा सांसद के तौर पर 45 हज़ार रूपये प्रति माह पेंशन मिलेगा| इस तरह जगदीप धनखड़ को कुल मिलाकर 2 लाख 87 हज़ार रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी।
पूर्व राज्यपाल की पेंशन क्यों नहीं?
धनखड़ का राजनीतिक सफर बेहद लंबा और दिलचस्प रहा है। वे 1989 में झुंझुनूं से सांसद बने, फिर केंद्रीय मंत्री रहे, विधायक बने और बाद में बीजेपी से जुड़कर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने। हालांकि, संविधान में राज्यपाल की पेंशन का प्रावधान नहीं है। यही वजह है कि उन्हें राज्यपाल पद की पेंशन नहीं मिलेगी।
पेंशन के साथ सुविधाओं की भरमार...
पेंशन के अलावा पूर्व उपराष्ट्रपति होने के नाते जगदीप धनखड़ को कई सुविधाएं भी मिलेंगी, जैसे—
- दिल्ली में टाइप-8 बंगला
- निजी सचिव और अतिरिक्त निजी सचिव
- निजी सहायक
- डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और 4 निजी परिचारक
इस्तीफे ने खड़ा किया था बड़ा सवाल...
धनखड़ ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। न तो उन्होंने मीडिया से बात की और न ही सोशल मीडिया पर कोई प्रतिक्रिया दी। अब पेंशन और सुविधाओं को लेकर उनका नाम एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।