राम रहीम को जन्मदिन का तोहफा, मिली 40 दिन की पैरोल…

चंडीगढ़/सिरसा: रेप और हत्या के गंभीर मामलों में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आ चुका है। उसे 40 दिन की पैरोल दी गई है। पैरोल मिलते ही राम रहीम अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत, डेरा चेयरमैन दान सिंह, डॉक्टर आरके नैन और शरणदीप सिंह सिटू के साथ सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय के लिए रवाना हो गया।
इस बार राम रहीम 15 अगस्त को अपना जन्मदिन और रक्षाबंधन भी जेल से बाहर, समर्थकों के बीच मनाएगा। यह पैरोल ऐसे समय दी गई है जब उसे सजा पाए हुए 8 साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन वह अब तक 90 दिन से अधिक जेल के बाहर रह चुका है।
इस साल दूसरी बार पैरोल पर बाहर...
गौरतलब है कि राम रहीम को इस साल अप्रैल 2025 में भी 21 दिन की फरलो मिली थी, जब डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस मनाया गया था। अब अगस्त में उसे 40 दिन की पैरोल मिली है, जो कि बीते 4 महीनों में दूसरी बार है।
वकील बोले – कानून के दायरे में मिली पैरोल...
राम रहीम की पैरोल पर उठ रहे सवालों के बीच, उसके वकील जतिंदर खुराना ने सफाई दी है। उन्होंने कहा-
“राम रहीम को जेल नियमों के अनुसार पैरोल मिली है। हर दोषी को साल में 70 दिन की पैरोल और 21 दिन की फरलो का अधिकार है। वह सिरसा में अपने आश्रम में ही रहेंगे।”
अब तक कितनी बार बाहर आया राम रहीम?
राम रहीम को अब तक कम से कम 14 बार पैरोल या फरलो मिल चुकी है। नीचे देखें उनकी जेल से बाहर आने की पूरी टाइमलाइन:
तारीख | अवधि | कारण |
---|---|---|
24 अक्टूबर 2020 | 1 दिन | मेडिकल जांच |
21 मई 2021 | 1 दिन | मां से मुलाकात |
7 फरवरी 2022 | 21 दिन | परिवार से मुलाकात (पंजाब चुनाव से पहले) |
17 जून 2022 | 30 दिन | पैरोल |
4 अक्टूबर 2022 | 40 दिन | बरनावा आश्रम प्रवास |
21 जनवरी 2023 | 40 दिन | पैरोल |
20 जुलाई 2023 | 30 दिन | पैरोल |
21 नवंबर 2023 | 21 दिन | फरलो |
19 जनवरी 2024 | 50 दिन | पैरोल |
अप्रैल 2024 | 21 दिन | फरलो |
13 अगस्त 2024 | 21 दिन | फरलो |
2 अक्टूबर 2024 | 20 दिन | पैरोल |
जनवरी 2025 | 30 दिन | दिल्ली चुनाव से पहले पैरोल |
अप्रैल 2025 | 21 दिन | डेरा स्थापना दिवस |
अगस्त 2025 | 40 दिन | जन्मदिन और रक्षाबंधन |
कौन-कौन से अपराधों में दोषी है राम रहीम?
- 2002: दो साध्वियों के रेप का मामला
- 2017: पंचकूला की CBI कोर्ट ने राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई – 10-10 साल अलग-अलग मामलों में
- हत्याकांड: पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का भी दोषी करार
- जुर्माना: अदालत ने 30 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया
विवाद क्यों हो रहा है?
राम रहीम को बार-बार पैरोल और फरलो दिए जाने को लेकर कानून विशेषज्ञ और मानवाधिकार संगठनों ने सवाल उठाए हैं। कई बार यह पैरोल चुनावी समय, डेरे के आयोजनों या पारिवारिक त्योहारों से पहले दी जाती है, जिससे उसकी “सार्वजनिक मौजूदगी” बनी रहती है।