फरसगांव में साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़, 5 अंतरराज्यीय आरोपी गिरफ्तार

केशकाल। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के फरसगांव पुलिस को साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने म्यूल अकाउंट के जरिए ब्लैकमनी ट्रांजैक्शन में लिप्त एक अंतरराज्यीय साइबर रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ठगों का तरीका चौंकाने वाला था। ये लोग गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बैंक अकाउंट किराए पर लेकर उनमें लाखों-करोड़ों रुपये का अवैध लेनदेन कर रहे थे। लोगों को मामूली कमीशन का लालच देकर उनके खातों का दुरुपयोग किया जाता था। फरसगांव पुलिस को म्यूल अकाउंट से जुड़ी चार शिकायतें मिली थीं, जिसके आधार पर बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग-भिलाई में टीम भेजकर कार्रवाई की गई।
एसडीओपी अभिनव उपाध्याय ने बताया कि पहले लेयर के आरोपी भावेश तारम को गिरफ्तार करने के बाद गहन पूछताछ में दूसरे और तीसरे लेयर के आरोपियों की पहचान हुई। आश्चर्यजनक बात यह रही कि रैकेट के थर्ड लेयर के लोग कभी भी चौथे लेयर के लोगों से आमने-सामने नहीं मिले। उनका आपस में संपर्क केवल व्हाट्सएप कॉल और चैट के जरिए होता था।
अब तक 11 राज्यों के 17 अलग-अलग स्थानों पर इस गिरोह के खिलाफ 1.70 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं। फरसगांव थाना में म्यूल अकाउंट से जुड़ी तीन और एफआईआर दर्ज की गई हैं।
जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि सभी घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं, जिससे यह साबित हो गया कि एक ही संगठित गिरोह इन अपराधों को अंजाम दे रहा था।