Pahalgam Terror Attack के बाद भारत ने किया कुछ ऐसा जिसकी किसी को नहीं थी उमीद, अटारी बॉर्डर सील, पाक नागरिकों के वीजा रद्द, सिंधु जल संधि रुकी, हाईकमीशन में कटौती…

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ा एक्शन लिया है. भारत सरकार ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त बंद करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटों के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है. भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया है. साथ ही अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को भी बंद किया जाएगा. पीएम मोदी की अध्यक्षता में सीसीए (CCA) की बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने बुधवार देर शाम यह जानकारी दी. विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक एक मई से अटारी बॉर्डर बंद करने का ऐलान किया गया है. वहीं, भारतीय सेना को भी हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पत्रकारों से बातचीत में भारत द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति को दी गई जानकारी में आतंकवादी हमले के सीमा पार से तार जुड़े होने की बात को उजागर किया गया। विदेश सचिव ने कहा कि दुनिया भर की कई सरकारों ने समर्थन और एकजुटता प्रकट की है।
पहलगाम शहर से छह किमी दूर इलाका...
बता दें कि मंगलवार दोपहर पहलगाम शहर से लगभग छह किमी दूर बैसरन में दोपहर लगभग 2:30 बजे आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. इसमें 26 लोगों की जान चली गई. बैसरन एक घास का मैदानी इलाका है और आसपास देवदार के वृक्ष हैं. यह एक पर्यटन स्थल है और यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट मौजूद थे.
सीसीएस बैठक में लिए गए फैसले...
पहलगाम में आतंकी हमने के बाद अमित शाह मंगलवार शाम को श्रीनगर पहुंचे थे और बुधवार को हेलीकॉप्टर से पहलगाम के बैसरन इलाके में पहुंचे, जहां आतंकियों ने लोगों पर हमला किया. पीएम मोदी भी सऊदी अरब का दौरा छोड़कर भारत लौट आए. इसके बाद सीसीएस की बैठक की. इसमें पीएम मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल थे. इनके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल भी शामिल रहे।
वहीं इस बैठक में भारत ने यह भी फैसला लिया है कि नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाएगा। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। इसके अलावा भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। विदेश सचिव ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों कर्मियों की कुल संख्या में और कटौती करके उसे वर्तमान 55 से घटाकर 30 किया जाएगा।
बैठक में निश्चय किया गया कि पहलगाम हमले के हमलावरों को न्याय के शिकंजे में लाया जायेगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जायेगा। विदेश सचिव ने प्रेस से बातचीत में कहा कि भारत उन लोगों की तलाश में लगातार डटा रहेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्य किए हैं या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है।