CG Nagriya Nikay Chunav 2025 : निर्दलीय प्रत्याशी अनिल देवांगन का सतत संघर्ष अभियान जारी…
नाली सफाई और मजदूरों को रोजगार: एक विचारशील चर्चा...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय चुनाव की तारीख के जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे सियासत भी गर्माते जा रही है। बीजेपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी भी अब इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतर गए हैं। राजधानी रायपुर के वार्डों में एक बार फिर से नए-नए वादों का दौर शुरू हो गया है हर कोई नए-नए वादे कर अब जनता को लुभाने की कवायद में जुट गए हैं।
इसी बीच वार्ड क्रमांक 52 डॉ राजेंद्र प्रसाद वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी अनिल कुमार देवांगन का भी सतत संघर्ष अभियान जारी है। निर्दलीय प्रत्याशी अनिल कुमार देवांगन अपने वार्ड की आम जनता से प्रतिदिन रू ब रू होकर नई-नई योजनाओं और नए-नए वादों के जरिए लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। अनिल देवांगन ने कहा कि पिछले 6 महीने से नाली सफाई न होने के कारण वार्ड में गंदगी और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। यह केवल स्वच्छता का विषय नहीं है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की उदासीनता का भी प्रतिबिंब है। नाली सफाई ना होने से आसपास के क्षेत्रों में जलभराव, दुर्गंध और मच्छरों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जो कई बीमारियों को जन्म दे सकता है।
स्वच्छता का महत्व...
स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि हमारे सामाजिक और आर्थिक जीवन पर भी असर डालती है। गंदगी से उत्पन्न बीमारियों का सीधा प्रभाव गरीब परिवारों पर पड़ता है, जो इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ होते हैं।
मजदूरों को रोजगार की आवश्यकता...
दूसरी ओर, कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें काम की तलाश है। नाली सफाई जैसे कार्यों में मजदूरों की भागीदारी से न केवल सफाई सुनिश्चित होगी, बल्कि उन्हें रोजगार भी मिलेगा। यह सरकार और स्थानीय प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे इस समस्या को समाधान में बदलें।
संभावित समाधान...
स्थानीय रोजगार योजना लागू करें: मजदूरों को रोजगार प्रदान करने के लिए नाली सफाई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाए।
- सामुदायिक सहभागिता बढ़ाएं: निर्दलीय प्रत्याशी अनिल कुमार देवांगन ने कहा कि लोगों को स्वच्छता अभियानों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
- सरकारी निगरानी सुनिश्चित करें: प्रशासन को इन अभियानों की प्रगति की नियमित समीक्षा करनी चाहिए।
- स्थायी उपाय: नालियों को समय-समय पर साफ रखने के लिए एक दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।
निष्कर्ष...
स्वच्छता और रोजगार दोनों ही समाज के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। अगर इन दोनों समस्याओं को एक साथ हल किया जाए, तो यह न केवल पर्यावरण को स्वच्छ बनाएगा, बल्कि मजदूरों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। यह प्रशासन और नागरिकों की संयुक्त जिम्मेदारी है कि वे मिलकर इस दिशा में काम करें।