Iran Israel War Latest Update: ईरान-इजरायल युद्ध का भारत पर कितना असर पड़ेगा ?
हिज़्बुल्लाह चीफ़ हसन नसरल्लाह और हमास के नेता इस्माइल हनिया की मौत के बाद ईरान की तरफ से ये बड़ा हमला किया गया है.
इसराइल के विदेश मंत्रालय के मुताबिक़, ईरान ने 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं और इसमें एक फ़लस्तीनी व्यक्ति की मौत हुई है.
पाँच महीने पहले यानी अप्रैल में ईरान ने इसराइल पर क़रीब 110 बैलिस्टिक मिसाइल और 30 क्रूज़ मिसाइलों से हमला किया था.मध्य पूर्व में ईरान और इसराइल की दुश्मनी में आया नया दौर फिलहाल खत्म होता नजर नहीं आ रहा है.हमले के बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने बदले की बात कही है. उन्होंने कहा, “ईरान ने आज एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी क़ीमत चुकानी होगी.”
नेतन्याहू के ऐसा कहने के एक दिन पहले यानी 30 सितंबर को पीएम मोदी ने नेतन्याहू से बात की थी और ट्वीट कर कहा था- ”हमारी दुनिया में आतंकवाद की कोई जगह नहीं है.”
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर ईरान और इसराइल के बीच सीधी जंग शुरू होती है तो इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा?
आम भारतीय की जेब पर असर?
इसराइल पर ईरान के हमले के बाद से मध्य-पूर्व में संघर्ष बढ़ने की आशंका बढ़ गई है, जिसका सीधा असर तेल की कीमतों पर दिखाई दे रहा है.
ये असर आप इस बात से भी समझ सकते हैं कि जब सिर्फ़ ईरान के मिसाइल हमला करने की आशंका जताई जा रही थी, उतनी देर में भी अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतें क़रीब तीन फ़ीसदी बढ़ गई थीं.
ब्रेंट क्रूड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत बताने वाला बेंचमार्क है. ये एक फ़ीसदी से अधिक बढ़कर 74.40 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. मंगलवार को कारोबार के दौरान इसमें पांच फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है.
इंडियन काउंसिल ऑफ़ वर्ल्ड अफेयर्स से जुड़े सीनियर फ़ेलो डॉक्टर फ़ज़्जुर्रहमान कहते हैं कि अगर ईरान और इसराइल के बीच जंग शुरू होती है तो भारत के आम नागरिक की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
वे कहते हैं, “अगर जंग होती है तो इसका असर सिर्फ ईरान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह अफगानिस्तान, इराक, सऊदी अरब, कतर और यूएई तक जाएगा. ये ऐसे देश हैं जहां से बड़े पैमाने पर भारत तेल आयात करता है.”