आरपीएफ ने पेश की मानवता की मिसाल, महिला यात्री को पहुंचाया अस्पताल

बिलासपुर। रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है। एक बार फिर उन्होंने मानवता की मिसाल पेश करते हुए अस्वथ्य महिला को समय पर इलाज के लिए रेलवे अस्पताल पहुंचाया। महिला यात्री अपने पुत्र के साथ अकेले यात्रा कर रही थी। पुत्र के द्वारा मदद मांगने पर आरपीएफ आगे आई। किसी यात्री का इस तरह सहयोग करने का यह पहला मामला नहीं है।
कई बार आरपीएफ इसी तरह मदद कर यात्रियों के बीच संदेश पहुंचाती है कि यात्री महिला हो या पुरुष उनकी मदद करेंगे। इसलिए कभी भी इस तरह की स्थिति आने पर संकोच न करें और तत्काल सूचना दें। इस बार उन्होंने महिला यात्री की मदद की, जो अस्वस्थ थीं। दरअसल मामला 12129 आजाद हिंद एक्सप्रेस का है।
यह ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्रमांक तीन पर 16:27 बजे पहुंची। उस समय आरपीएसएफ के आरक्षक जसवंत सिंह प्लेटफार्म ड्यूटी पर थे। ट्रेन पहुंचने पर उन्होंने जांच की। तभी एक युवक उनके पास पहुंचा और बताया कि उनकी मां की तबीयत खराब है। उन्हें इलाज की तत्काल आवश्यकता है। उन्हें एंबुलेंस की जरूरत है। इस पर बल सदस्य ने पाली अधिकारी सहायक उप निरीक्षक एएस यादव को अवगत कराया।
आन ड्यूटी स्टेशन मास्टर बिलासपुर को सूचना देकर एंबुलेंस बुलवाया गया। पाली अधिकारी व स्टेशन मास्टर मौके पर मौजूद पहुंचे। इस बीच जब महिला यात्री के बारे में जानकारी ली गई तो महिला यात्री का नाम हबीबा बेगम बताया। वह इस ट्रेन के एस-चार की बर्थ नंबर 34 में रायपुर से हावड़ा तक यात्रा कर रहे थीं। वह पूर्व से कैंसर की बीमारी से ग्रसित है।
रायपुर इलाज कराने के लिए आई थी। इलाज के बाद वह वापस हावड़ा जा रही थी। लेकिन, यात्रा के दौरान बीच में स्वास्थ्य ठीक नहीं लगने पर बिलासपुर में यात्रा ब्रेक करना चाहा। इस पर तत्काल एंबुलेंस मंगाई गई। लेकिन, एंबुलेंस आने में समय लगने पर महिला यात्री व उनके पुत्र के आग्रह करने पर स्टेशन मास्टर की उपस्थिति में निजी साधन से उक्त महिला यात्री को उसके पुत्र के साथ रेलवे अस्पताल भेजा गया, ताकि इलाज में विलंब न हो और समय उपचार हो सके।
आरपीएफ की तत्परता के कारण महिला यात्री समय पर रेलवे अस्पताल पहुंच गईं, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस दौरान उनके स्वजन को भी सूचना दी गई और उनसे कहा गया कि किसी तरह की मदद की आवश्यकता पड़ती है तो वह सूचना दे सकते हैं। महिला यात्री का पुत्र की मौजूदगी में रेलवे अस्पताल में इलाज चल रहा है।