जिला कांग्रेस कमेटी की कांग्रेस भवन में महत्वपूर्ण बैठक

बिलासपुर। शनिवार को दोपहर तीन बजे से कांग्रेस भवन मे जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक रखी गई है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने सभी ब्लाक अध्यक्षों को पार्टी के अधिकृत वाट्सएप ग्रुप के जरिए सूचना भेजकर कांग्रेस भवन में आयोजित होने वाली बैठक में उपस्थिति दर्ज कराने कहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 13 सितंबर को प्रदेशभर में रेल रोको आंदोलन का एलान कर दिया है।
इस संबंध में प्रदेशभर के जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को पत्र लिखकर जरूरी तैयारी करने और रेल रोको आंदोलन को प्रभावी तरीके से संचालित करने का निर्देश जारी किया है। पीसीसी के निर्देश के बाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने शनिवार को दोपहर तीन बजे से कांग्रेस भवन में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। बैठक के लिए एकमात्र एजेंडा तय किया गया है।
रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने और रेलवे स्टेशनों में आंदोलन के दौरान ब्लाक के पदाधिकारियों के अलावा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की प्रभावी उपस्थिति को लेकर जरूरी रणनीति बनाई जाएगी। गांव-गांव में संपर्क करने और इस दौरान केंद्र सरकार के इशारे पर रेलवे के अफसरों द्वारा ट्रेनों के परिचालन को बाधित करने रची जा रही साजिश को बताने और उनका समर्थन जुटाने को लेकर जरूरी चर्चा करेंगे।
जिलाध्यक्ष की अगुवाई में स्टेशन मास्टरों का घेराव यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद करने के आरोप में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में बीते तीन महीने पहले जिले के रेलवे स्टेशनों में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, कांग्रेसजनों व स्थानीय ग्रामीणों की मौजूदगी में घेराव किया गया था।
जिले के सभी स्टेशनों में इस तरह का आंदोलन चलाया गया था। रेलवे स्टेशनों में आंदोलन के बाद स्टेशन मास्टर को डीआरएम और रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया था। रेलवे स्टेशनों के घेराव के बाद तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक व सांसद अरुण साव के निवास का घेराव भी किया गया था। तब भारी वर्षा हो रही थी। वर्षा के बीच कांग्रेसजनों ने प्रभावी आंदोलन किया था।
कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक आयोजित की गई है। ब्लाक कमेटियों के पदाधिकारियों की उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है। रेल रोको आंदोलन के दौरान स्थानीय ग्रामीणों की सहभागिता को लेकर जरूरी रणनीति बनाई जाएगी। शनिवार से ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क प्रारंभ किया जाएगा। रेलवे मंत्रालय व केंद्र सरकार द्वारा रेलों के परिचालन को जानबूझकर रोके जाने की जानकारी देते हुए जनसमर्थन जुटाएंगे। पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।