रेलवे में 3569 महिलाएं, कार्यालय से लेकर परिचालन व सुरक्षा की संभाल रहीं कमान

बिलासपुर। नारी की समानता ही देश और समाज की प्रगति का आधार है। बिना इनकी प्रगति के समाज के प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती है। कहा भी जाता है कि अगर एक पुरुष शिक्षित होता है तो सिर्फ एक ही व्यक्ति शिक्षित होता है। लेकिन , अगर एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है।समानता की पथ की ओर अग्रसर इस अटूट कड़ी को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन भी मजबूती देने में पीछे नहीं है। जोन में 3569 महिलाएं कार्यरत है, जो कार्यालयीन कामकाज व तकनीकी कार्यों से लेकर ट्रेन चलाने और यात्रियों के साथ रेलवे संपत्ति की सुरक्षा की कमान संभाल रहीं है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को भारतीय रेलवे का कमाऊपूत जोन कहा जाता है। आज यह उपलब्धि अगर मिली है तो होनहार अधिकारी व कठोर परिश्रम करने वाले कर्मचारियों के बदौलत। समय- समय पर रेल प्रशासन न केवल अपनी बेहतर टीम की प्रशंसा करती है। बल्कि प्रोत्साहन देने के लिए पुरस्कार भी देती है। जोन की इस उपलब्धि में जितनी महत्वपूर्ण भूमिका पुरूष कर्मचारियों की है, उतना ही योगदान महिला अधिकारी व कर्मचारियों की भी है।
यह बात बहुत कम लोगों को मालूम है कि बिलासपुर जोन के तीन रेल मंडल बिलासपुर, रायपुर व नागपुर के हर विभाग में महिला कर्मचारी है। यह कर्मचारी प्रशासनिक कार्यो को जितना बेहतर ढंग से करती है, उतने ही गंभीरता के साथ ट्रेनों का परिचालन, सुरक्षा और यूटीएस व आरक्षण केंद्रों के जटिल कार्यों को सहजता व कर्मठता के साथ पूरा कर रही है। पहले जोन में इनकी संख्या 3257 थीं, जो अब बढ़कर 3569 हो गई हैं।
जिनमें राजपत्रित पदों के अलावा महिला ड्राइवर, गार्ड, स्टेशन मास्टर, ट्रैकमेंटेनर, आरपीएफ, टिकट जांच समेत कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए पूरी लगन के साथ सेवाएं दे रही है। महिला कर्मचारियों की सुविधा का भी रेल प्रशासन बराबर ध्यान रखता है। समय-समय पर हेल्थ चेकअप कैंप व उनकी समस्याओं व शिकायतों के निवारण के लिए महिलाओं की समिति भी गठित की गई है।
मेरी सहेली अभियान, महिला यात्रियों के सुरक्षा की गारंटी
रेलवे सुरक्षा बल की महिलाओं की बात करें तो वह रेल संपत्ति, यात्रियों के लगेज के अलावा उन महिला यात्रियों की सुरक्षित होने का अहसास दिलाती है, जो ट्रेन में अकेली यात्रा करतीं है। महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल के द्वारा मेरी सहेली नाम से अभियान भी चलाया जा रहा है।
जिसमें महिला आरपीएफ़ कर्मी के द्वारा व्यक्तिगत रूप से महिला यात्रियों से मिलकर सुरक्षा संबंधी व अन्य किसी भी तरह की समस्याओं को सुना जा रहा है। उन्हें जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा सफर के दौरान यदि कोई दिक्कत आती है तो उस स्थिति में क्या करना है, यह भी बतातीं है। सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर से भी उन्हें अवगत कराया जाता है।
जानिए किस विभाग में कितनी महिला कर्मचारी
विभाग संख्या
प्रशासनिक 18
अकाउंट 87
इंजीनियरिंग 721
इलेक्ट्रिकल 567
मैकेनिकल 539
मेडिकल 275
पर्सनल 178
स्टोर 63
एसएंडटी 228
आपरेटिंग 376
आरपीएफ 114
कमर्शियल 403
रेल मंडलवार पदस्थ कर्मचारियों की जानकारी
बिलासपुर रेल मंडल – 1053
बिलासपुर कंस्ट्रक्शन – 53
नागपुर रेल मंडल – 1162
नागपुर कंस्ट्रक्शन – 12
नागपुर वर्कशाप – 71
रायपुर रेल मंडल – 880
रायपुर वर्कशाप – 142