इंदौर हादसा: रेस्क्यू के 20 घंटे, 35 मौतें, हवन के दौरान बावड़ी की गिरी थी छत…

इंदौर। रामनवमी पर हुए हादसे में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन अब भी बावड़ी में गिरे लोगों को निकाला जा रहा है. पिछले करीब 20 घंटे से यह रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दे दिए है. इसके अलावा राज्य और केंद्र सरकारों ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद का ऐलान की
पूरा इंदौर गुरुवार को रामनवमी के जश्न में डूबा हुआ था।
शहर के सबसे पुराने इलाकों में एक स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालु उमड़े हुए थे. सुबह के करीब 11:55 बजे रहे थे. मंदिर में राम जन्मोत्सव को लेकर हवन चल रहा था लेकिन जब लोग पूर्ण आहुति के लिए अपनी जगह पर खड़े हुए तो बड़ा हादसा हो गया. उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. दर्जनों लोग करीब 50 फुट गहरे गढ्ढे में गिर गए।





बाद में पता चला कि लोग जिसे जमीन मान रहे थे, वह एक बावड़ी की छत थी. मंदिर प्रशासन ने एक पुरानी बावड़ी को भरे बिना ही उसके ऊपर लिंटर डालकर उसे ढक दिया था. हादसे के बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. इसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ-साथ सेना के जवानों की मदद ली गई।
इंदौर संभाग कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि इस हादसे में अब तक 35 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. राहत कार्य अब भी जारी है. वहीं अब तक 18 लोगों को बचाया जा चुका है. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 15, एसडीआरएफ के 50 और आर्मी के 75 जवानों की टीम जुटी है।