आंगनबाड़ी में बच्चों के पोषण के लिए अंडे और केले की होगी व्यवस्था, अंडे खाने वाले बच्चों के घरों में की जाएगी सप्लाई…

दुर्ग। दुर्ग जिले के कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने जिले के जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए और लोगों को जैविक उत्पादों की सुविधा उपलब्ध के लिए मॉडल बाड़ियों पर काम करने के निर्देश दिए थे इन मॉडल बाड़ियों में विशेषज्ञों द्वारा जमीन की जरूरत के मुताबिक सब्जी की फसल चिन्हित की गई।
इन मॉडल बाड़ियों में हो रही कार्य का निरीक्षण करने कलेक्टर पाटन ब्लाक के बोरीद और केसरा पहुंचे उनके साथ जिला पंचायत के सीईओ अश्विनी देवागन भी मौजूद रहे। ग्राम केसरा में डेढ़ एकड़ में भिंडी की फसल लगाई जा रही थी यहां उन्होंने अमरूद का प्लांटेशन भी देखा।
कलेक्टर ने कहा कि पांच फलोधान हर ब्लॉक में लगाएं उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन बाड़ियों से उत्पादित होने वाली फल सब्जी आंगनबाड़ी केंद्रों स्कूल और स्वास्थ्य केंद्रों में उपयोग में लाई जाए। साथ ही जैविक मार्ट के लिए भी सामग्री यहां से लाई जाएगी। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू भी मौजूद रहे।
दुर्ग कलेक्टर ने ग्राम बोरेदा मे आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को बच्चों के पोषण के लिए अंडे और केले खिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों का चिन्हकन करें जहां अंडे का चलन हो। आंगनबाड़ी केंद्र में सिर्फ केले खिलाए जाएंगे। उनके घरों में बच्चों के पोषण के लिए अंडे भेजें जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ियों में आने वाले बच्चों के परिवारों से सर्वे कर यह जानकारी प्राप्त करें ताकि शीघ्रता से इस दिशा मे काम आरंभ किया जा सके। कलेक्टर ने रानीतराई में स्वामी आत्मानंद स्कूल का निरीक्षण भी किया। जहां 12वीं कक्षा में वे पहुंचे जहां 44 बच्चों की दर्ज संख्या थी और 43 छात्र उपस्थित थे।
कलेक्टर ने इस पर शिक्षकों की प्रशंसा की इस दौरान केमिस्ट की क्लास चल रही थी कलेक्टर ने एक रिएक्शन का समीकरण पूछा बच्चों ने सही जवाब दिया इस पर उन्होंने प्रशंसा जताई। कलेक्टर ने कहा कि यह स्ट्रेस को देखते हुए अतिरिक्त फ्लोर का निर्माण करने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने रानीतराई स्टेडियम देखा। स्टेडियम का काम अभी 60% तक हो चुका है इसके समय सीमा पर निर्माण के निर्देश कलेक्टर ने दिए। बता दें कि यहां पर इनडोर और आउटडोर दोनों तरह के गेम्स की व्यवस्था है।
कलेक्टर ने यहां पर वेटलिफ्टिंग कराटे और लॉन टेनिस आदि का व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। साथ ही इनके संचालन के लिए मेंटेनेंस के लिए भी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। केसरा गौठान में आजीविकामुल्क गतिविधियों भी कलेक्टर ने लिखी उन्होंने यहां मुर्गी पालन मछली पालन जैसी गतिविधियां देखी साथ ही दाल और तिलाई का काम भी दिखा। उन्होंने यहां मुर्गी सेट की कैपेसिटी बढ़ाने का भी निर्देश दिया।
यहां ड्रैगन फूड के पौधे भी लगाए गए हैं इनके संबंध में दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने सुझाव भी दिया कलेक्टर ने निर्माणाधीन गोबर से पेंट बनाने का यूनिट भी देखा यहां बढ़िया दूध देने वाली साहिवाल और गिर प्रजाति की गाय रखने का भी निर्देश दिया। ताकि समूह दुग्ध व्यवसाय की दिशा में भी बढ़ सके कलेक्टर ने अनेक योजनाओं को अति शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया।