ईदगाह, मकबूल मस्जिद, गौसिया मस्जिद एवं जामा मस्जिद में अदा की गई बकरीद की नमाज, बड़ी संख्या में जूटे नमाज़ी…

राजगांगपुर। रविवार को बकरीद त्योहार को लेकर मुस्लिम समुदाय में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पर्व की खुशियां मना रहे हैं।
इस अवसर पर रविवार सुबह सात बजे ईदगाह में नमाज अदा की गई और जामा मस्जिद के इमाम ने नमाज अदा करवाई। साथ ही साथ अमन शांति की दुआएं मांगी गई। वहीं दूसरी ओर शहर के मकबूल मस्जिद व गोसिया मस्जिद ,जामा मस्जिद में भी नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में नमाज़ी जूटे हुए नजर आए।
नमाज़ अदा करने के बाद लोग एक दुसरे से गले मिले और बकरीद की मुबारकबाद दी। मुस्लिम समुदाय में बकरीद यानी ईद- उल -अजहा इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है। वैसे भी इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, बारहवें महीने की 10 तारीख को बकरीद त्योहार मनाया जाता है और रमज़ान खत्म होने के 70 दिन बाद आता है। इस दिन मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद में जाकर नमाज अदा करने के बाद जानवर की कुर्बानी देने की परंपरा है।



वैसे भी ईद उल फितर के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों का ये दूसरा सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है और इस त्योहार पर लोग साफ पाक होकर नए कपड़े पहन कर नमाज पढ़ते हैं। जहां ईद उल फितर में खीर बनाने का रिवाज है वहीं दूसरी ओर इस मौके पर बकरे की कुर्बानी देते हैं।
इस मौके पर मुस्लिम पंचायत समुदाय के गणमान्य नागरिकों का कहना है कि दो साल बाद कोविड की पाबंदियां हटने के बाद सभी बड़े जोश और उत्साह के साथ बकरीद त्योहार मना रहे हैं।
वहीं इफ्तकार उर्फ पाका बाबू, शोएब आलम, एडवोकेट एमडी मोसीन, एमडी इरफान, कुतुब रब्बानी, एमडी अमन, एमडी नवाब,जफर मोबिन, एमडी खालीद, जूलू बाबू, गांधी बाबू,हाजी मन्सूर ने बताया कि इस मौके पर नमाज अदा करने के दौरान अमन शांति, समृद्धि और खुशहाली की दुआएं मांगी गई है।