
दुर्ग/भिलाई। पुरानी भिलाई पुलिस ने निरंजन यादव की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। निरंजन के छोटे भाई ज्ञानेश्वर यादव और मां कुलेश्वरी यादव ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। निरंजन यादव नशे का आदी था।
हत्या दिनांक जब निरंजन यादव घर पहुंचा तो पहले से ही मारने की योजना बना कर बैठे छोटे भाई ज्ञानेश्वर यादव ने निरंजन यादव को जकड़ लिया फिर उसकी मा ने उसके सिर में कमानी पट्टे से वार कर दिया। जिससे निरंजन की मौके पर ही मौत हो गई।
जिसके बाद मां और भाई ने खून से लथपथ टी-शर्ट उतार लिया उसके बाद उसके पास मौजूद दोस्त के मोबाइल को घर में छुपा दिया। फिर शव को घसीट कर डेढ़ सौ मीटर दूर झाड़ियों में फेंक दिया। वारदात के बाद मां और छोटे भाई ने पुलिस को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। अगली सुबह सोमवार को लाश मिलने पर शिनाख्ती भी की। इस दौरान मां और छोटे भाई ज्ञानेश्वर यादव के अटपटे बयान पर पुलिस को शक हुआ। फिर पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ किया तब जाकर दोनों ने जुर्म कबूला।
भिलाई 3 पुलिस ने मां कौलेश्वरी यादव और भाई ज्ञानेश्वर यादव के खिलाफ धारा 302. 201. 120 अपराध दर्ज कर दोनों को न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।