श्रम दिवस पर श्रमिक भाइयों के सम्मान में बोरे बासी खाए जाने की मुख्यमंत्री की अपील का रतिराम ने किया स्वागत…

नवापारा राजिम। “श्रम दिवस” पर श्रमिक भाइयों के सम्मान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बोरे बासी खाए जाने की अपील का स्वागत करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं तहसील साहू संघ के संरक्षक रतिराम साहू ने कहा कि हमारे वर्षों पुराने रहन-सहन खान-पान और हमारी विरासत पुरानी परंपराओं को संजोने का कार्य करते हुए हमारे स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखकर (जनहितार्थ में) बासी खाने के लिए मुख्यमंत्री ने अपील की है इससे हमारी नई पीढ़ी भी समझ पाएंगे कि वर्षों पूर्व हमारा खान-पान कैसा था।
रतिराम साहू ने कहा कि आज वर्तमान समय में हमारे रहन-सहन खान-पान में काफी बदलाव आ गया है सुबह के नाश्ता में अब पोहा उपमा इटली डोसा ढोकला पराठा आदि होने लगा है जबकि वर्षों पूर्व बोरे बासी चीला अंगाकर रोटी का ही सुबह का नाश्ता किया जाता था और खेती कार्य करने वाले किसान खेतिहर मजदूर ज़ब सुबह से ही धान बुवाई निंदाई कुड़ाई धान कटाई करने जाते थे तब परिवार के सदस्य उनके लिए बांसी या फिर अंगाकर रोटी के साथ परसा पान में आचार भाजी लेकर खेतों में जाते थे अनेक परिवारों में गर्मी के दिनों में दोपहर बाद ( जिसको बेरा उतरगे कहते हैं ) उस समय भी बोरे बासी खाते थे।
रतिराम साहू ने आगे कहा कि मैं स्वयं आज भी वर्षों से होली पर्व के बाद से बासी खाते आ रहा हूं बोरे बासी वास्तव में स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है गर्मी के दिनों में बासी प्याज खाने के बाद कितने भी धुप में चले जाएं लू लगने की संभावना कम रहती है।