
राजगांगपुर। कांग्रेस के नगर अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद के आवेदन पर पार्टी ने उन्हें नामांकन के अंतिम दिन 7 मार्च को नगरपाल का उम्मीदवार बनाया और नामांकन के तीन दिन बाद 10 मार्च को उन्होंने जिला अध्यक्ष बेनुधर त्रिपाठी को चिट्ठी लिख कर उम्मीदवारी छोड़ने की इच्छा जताई.बेटे के स्वास्थ्य को आधार बना कर इफ्तिखार अहमद ने जब उम्मीदवारी छोड़ने का आवेदन किया तब जिला अध्यक्ष ने उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया और कहा यह उनका और पार्टी के लिए आत्मघाती कदम होगा।
बहरहाल अब राजनीतिक हल्कों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि इफ्तिखार अहमद का यह फैसला मजबूरी है या किसी साजिश का हिस्सा है या शासक उल्लेखनीय है कि राजगांगपुर नगरपालिका में नगरपाल उम्मीदवार समेत शहर के बीस वार्डो में पाषर्द पद पर चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों की अंतिम सूची बुधवार को जारी कर दी गई है। जिसमें नगरपाल पद पर बीजद, भाजपा, कांग्रेस, झामुमो के उम्मीदवार व निर्दलीय प्रत्याशीयों को मिला कर कुल 11 उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में है। जिसमें प्रमुख दलों की ओर से बीजद की माधुरी लुगुन, भाजपा के कुलदीप सिंह, कांग्रेस के इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू और झामुमो के हारेन बागे को चुनावी अखाड़े में उतारा गया है।

अगर गौर से देखा जाए तो इस बार प्रमुख दलों के बीजद, भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी बेदाग छवि वाले हैं और लोगों में चर्चा चल रही थी कि तीनों ही शहर की आन बान शान है और किसे नगरपाल पद पर आसीन करेंगे को लेकर असमंजस बरकरार है और राजनीतिक माहौल में अटकलों का बाजार गर्म है.लेकिन अचानक कांग्रेस के प्रत्याशी इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू नगरपाल पद की उम्मीदवारी से हटने का फ़ैसला कर लिया। यह बात अचानक सामने आने से शहर की राजनीति सरगर्मी एकाएक बढ़ गई है. नामांकन के अंतिम दिन यानी सात मार्च को कांग्रेस की ओर से इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू को नगरपाल पद पर चुनाव लडने के लिए टिकट मिला और आनन फानन में इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू ने नामांकन भी अपने समर्थकों की मौजूदगी में किया।
लेकिन अचानक दस मार्च को सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक हलकों में उनकी उम्मीदवारी छोड़ने के इरादे की खबरें फैल गई.इससे लोगों में तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही है.इस मामले को लेकर इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है, चुनाव अधिकारी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार अभी तक किसी भी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 14 मार्च है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने इफ्तकार अहमद उर्फ पाका बाबू के आवेदन स्वीकार नहीं किया है और उन्हें मनाने की कोशिश जारी है।