गंधीगीरी के साथ आज़ाद मंच का धरना पूर्ण, गांधी जी को लेकर कलक्ट्रेट तक किया मार्च सौपा ज्ञापन।

पुरानी दरों पे पुनः सिटी बस चलाने आज़ाद मंच ने दिया 24 घन्टे का धरना, रात भर डटे रहे आंदोलनकारी।
आज़ाद मंच का ऐलान, पूरे जिले में सभाओं के माध्यम से सिटी बस का ये आंदोलन अब जनांदोलन का रूप लेगा।
बिलासपुर| आम जनता की सस्ती सवारी सिटी बस को पुनः शुरू करने की मांग को तेज करते हुए आज़ाद मंच ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है। 14 तारिख को दिये ज्ञापन में 7 दिनों का समय देने के बाद अपने वादे अनुसार आज़ाद मंच के पदाधिकारी नेहरू चौक पर 24 घन्टे के अनवरत धरने पर बैठ गए। 22 तारीख को 12 बजे से शुरू हुआ धरना 23 तारीख़ दोपहर 1 बजे तक जारी रहा जिसके बाद सभी लोगो ने कलेक्ट्रेट तक मार्च कर बिलासपुर कलेक्टर और सिटी बस का संचालन करने वाली शहरी सार्वजनिक यातायात सोसायटी के अध्यक्ष को ज्ञापन प्रेषित किया।
आज़ाद मंच ने अपने ज्ञापन में पुरानी दरों पे सिटी बस पुनः शुरू करने की मांग कलेक्टर बिलासपुर के सामने रखी। साथ ही यह भी लिखित में दिया कि जब तक बिलासपुर की सड़कों पे सिटी बसें पुनः नही दौड़ती ये आंदोलन जारी रहेगा। ज्ञापन लेने कलेक्टर के न आने पर आज़ाद मंच के लोगों ने कलेक्टर की जनता के प्रति रवैये पर सवाल खड़े किए।

आज़ाद मंच के अध्यक्ष विक्रान्त तिवारी ने मंच से जिम्मेदार अधिकारियों को घेरते हुए कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने ये भी कहा कि सिटी बसों की दुर्दशा कहीं कोई सोची समझी साजिश का हिस्सा तो नही? व बिलासपुरवासियों की स्थिति को इंकित करते हुए कहा कि “खाने को रोटी नही बात रसमलाई की” बिलासपुर की आम जनता को सिटी बस की सुविधा तो मिल नही रही और सपने हवाई सेवा और क्रूज के दिखाये जा रहे हैं। ये धोका देना अधिकारी बन्द करें।
आज़ाद मंच ने आंदोलन की आगे की नीति का भी मंच से ऐलान किया। मंच के प्रमुख विक्रान्त तिवारी ने बताया कि धरने में शामिल तमाम लोगों ने अपने अपने सुझाव दिए हैं अमूमन सभी ने इसे जनांदोलन के रूप में आगे बढ़ाने की बात कही है। हम ये घोषणा करते हैं कि अबसे अगले धरने तक आज़ाद मंच उन तमाम जगहों पर जहां के लोग इन सिटी बसों की सुविधा का लाभ लेते थे वहां जन जागरण किया जाएगा, सभाओं के माध्यम से केंद के पैसे और उनकी सोच से हो रहे खिलवाड़ से जनता को अवगत कराया जाएगा।
जिसके उपरान्त पुनः धरना दिया जाएगा। और ये सिलसिला सिटी बस संचालन पुनः शुरू होने तक जारी रखा जाएगा। ज्ञापन देने रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे आंदोलनकारियों से कलेक्टर महोदय द्वारा मिलने से मना करने पर आज़ाद मंच ने इसे बिलासपुर कलेक्टर का आम जनता के प्रति उनके रवैए को साफ दिखना बताया और कहा जो अधिकारी जनता की आवाज़ सुनने 10 कदम नही चल सकता और बाहर आके नही मिल सकता वो 100 मीटर दूर बैठे आपने सचिव से मिलेगा ऐसी कोई उमीद नही है। इसलिए अब ये जन आंदोलन बिलासपुर कलेक्टर को नींद से जगायेगा।
आंदोलन में कई सामाजिक संग़ठन, पार्टी और आम जनता ने हिस्सा लिया जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में सीपत के पूर्व विधायक और चिंगारी के नाम से जाने जाने वाले अरुण तिवारी भी शामिल हुए उन्होंने ने बिलासपुर के हालातों पर अपने सम्बोधन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मिली भगत को इंकित किया साथ ही इस आंदोलन को बड़े रूप में निर्णायक लड़ाई में तब्दील करने आज़ाद मंच को अपना सुझाव दिया। आम आदमी पार्टी के साथ आम जनता ने भी 24 घन्टे की इस धरने में अपना समय दिया।
धरने में विशेष रूप से अरुण तिवारी, दीपक राही, सुब्रत जाना, विजय सिंह राजपूत, सुनील वर्मा, सुधीर गोधरे, शैलेष देवांगन, देवेंद्र त्रिवेदी, कारण राव, प्रियांशु सोनी, दीप साहू, अभिषेक दिवाकर, विपिन टाइट्स, रामायण यादव, महेश शर्मा, उत्सव शर्मा, रमन श्रीवास्तव, रोहित मिश्रा, गोपाल सोनी, आशीष कश्यप, नीलेश, अजित शर्मा, यश अग्रवाल, सुमन, आकाश सोनी, बबलू कश्यप, रामचंद यादव, अजय दुबे, महेश जायसवाल, प्रदीप राय, धीरज त्रिपाठी, लक्की कश्यप, यश तिवारी, अंकुर तिवारी, संजय आयिल, आकाश मरावी, आदि बड़ी संख्या में आज़ाद मंच के साथी उपस्थित रहे।